अतीक अहमद की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. पुलिस ने 6 वकीलों और 20 मददगारों की लिस्ट बनाई है, जिसकी मदद से शाइस्ता छिपती फिर रही है. ईडी ने भी शाइस्ता के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया है. शाइस्ता को लेकर 50 बैंक खातों पर एजेंसी की नजर है. इनमें 10 खातों की सीज कर दिया गया है.
शाइस्ता परवीन पर शिकंजा कसने के साथ ही जेल में बंद उसके बेटे उमर और अली की भी मुश्किलें बढ़ गई है. अतीक अहमद के करीबी बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम ने उमर और अली समेत 6 लोगों पर केस दर्ज कराया है. आरोप है कि उमर, अली, असाद कालिया, अजय, एहतेशाम व नुसरत ने उसे गाड़ी में खींचकर किडनैप किया.
बिल्डर ने लगाया ये आरोप
मोहम्मद मुस्लिम का आरोप है कि प्रयागराज के देवघाट में उसकी बेशकीमती पैतृक जमीन है, इसकी कीमत 15 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है, अतीक उसको लेना चाहता था जबकि वह इसके लिए राजी नहीं था, उसे धमकाया व प्रताड़ित किया गया, इसी को लेकर 2007 में वह लखनऊ चला गया, हालांकि इसके बाद भी प्रताड़ित किया जाता रहा.
खुद हिस्ट्रीशीटर है बिल्डर
हालांकि मोहम्मद मुस्लिम खुद प्रयागराज के खुल्दाबाद थाने का हिस्ट्रीशीटर है. उस पर कुल 16 मुकदमे धूमनगंज, कर्नलगंज, खुल्दाबाद, करेली में दर्ज हैं. उस पर लखनऊ के वजीरगंज थाने में भी केस दर्ज है. उस पर गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है. पिछले साल उमेश पाल ने भी उस पर एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में नामजद कराया था.
ईडी ने 10 बैंक अकाउंट्स को किया फ्रीज
इस बीच ईडी को 50 से ज्यादा बैंक खातों की डिटेल्स मिली है, जिससे अतीक का परिवार मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा था. 10 से ज्यादा बैंक अकाउंट्स को ईडी ने फ्रीज कर दिया है और बाकी बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज करने की तैयारी है. ईडी को शक है कि इन बैंक अकाउंट्स से मौजूदा समय में भी शाइस्ता की उसके सहयोगियों द्वारा मदद की जा रही है.
अतीक के दोनों चार्टर्ड अकाउंटेंट तलब
ईडी ने 20 से ज्यादा कंपनियों की पहचान की है, जिसमें शाइस्ता के करीबी काला पैसा व्हाइट करने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे. ईडी को 3 कंस्ट्रक्शन कंपनियों की जानकारी मिली है, जो अतीक द्वारा जोर-जबर्दस्ती कर हथिया गई जमीनों पर बिल्डिंग बनाने का काम कर रही थी. ईडी ने अतीक के दोनों चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी पूछताछ के लिए तलब किया है.
शेल कंपनियों के जरिए खपाई जा रही थी काली कमाई
जांच में सामने आया है कि शाइस्ता के करीबियों ने 20 से ज्यादा शेल कंपनियों को मुंबई, कोलकाता जैसे शहरों में पंजीकृत कराया था. इनके जरिए अतीक की काली कमाई को खपाया जा रहा था. ईडी के अधिकारी जल्द ही प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ से अतीक गैंग के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा भी मांगेंगे.
शाइस्ता के मददगारों की हुई पहचान
शाइस्ता परवीन अभी फरार है लेकिन पुलिस को शाइस्ता परवीन की मदद करने वाले की जानकारी लग गई है, जिसमें आधा दर्जन वकील और 20 अन्य मददगार शामिल हैं. इनकी पहचान पुलिस ने कर ली है. यह सभी शाइस्ता परवीन की लगातार मदद कर रहे हैं. पुलिस ने सभी को इन्वेस्टिगेशन के लिए शामिल किया है.
संतोष शर्मा / आशीष श्रीवास्तव / सिमर चावला