राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को महज 5 दिन (22 जनवरी) बाकी रह गए हैं. यानी वह शुभ घड़ी बेहद करीब आ गई है, जब रामजन्मभूमि पर बने भगवान राम के मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. राम मंदिर के उद्घाटन से पहले मंगलवार (16 जनवरी) से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं. आज अनुष्ठान का दूसरा दिन है. अनुष्ठान के तहत आज रामलला की नई मूर्ति को मंदिर के अंदर ले जाया जाएगा. जलयात्रा, तीर्थपूजन, ब्राह्मण-बटुक-कुमारी-सुवासिनी पूजन, वर्धिनीपूजन और कलशयात्रा के बाद आज भगवान रामलला की मूर्ति का प्रसाद परिसर में भ्रमण होगा.
राम मंदिर गर्भगृह की नई तस्वीरें सामने आई हैं. कल यहां रामलला विराजमान होंगे.
Ram Mandir Ayodhya Pran Pratishtha: भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मुद्दे पर जारी राजनीति पर आजतक से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि सभी को बुलावा भेजा गया है. कांग्रेसियों की बड़ी फौज दर्शन करने आएगी. किसी कांग्रेसी कार्यकर्ता से कोई मारपीट नहीं की गई है. शंकराचार्य के विरोध का सवाल है तो कुछ शंकराचार्य तो पहले से ही विरोध में रहे हैं, उनके लिए हम क्या कह सकते हैं. लेकिन अब सब विवाद खत्म हो चुका है. उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के नेता भी आ रहे हैं. हो सकता है कि वह आगे पीछे आ रहे हों. यह मंदिर सबका है, इसलिए सभी आएंगे. राहुल गांधी तो आधे हिंदू हैं. इसलिए अगर वह इसे राजनीतिक इवें.ट कह रहे हैं तो उस पर क्या जवाब दें. सोनिया गांधी के आने की उम्मीद भी नहीं कर रहे. जो नहीं आ रहे हैं अच्छा है ऐसे लोगों को बुलाया भी नहीं जाना चाहिए.
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए करीब 600 से 700 वीआईपी लखनऊ एयरपोर्ट से अयोध्या जाएंगे. क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद और बॉलीवुड अभिनेता सहित जज सड़क मार्ग से लखनऊ हवाईअड्डे से अयोध्या जाएंगे. वीवीआईपी के अयोध्या जाने के लिए लखनऊ पुलिस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल कर रही है. बता दें कि अयोध्या जाने के लिए दूसरा राजमार्ग शहीद पथ से फैजाबाद रोड अयोध्या होते हुए लखनऊ हवाई अड्डा है.
Ayodhya Ram Mandir: रामलला की मूर्ति भ्रमण को लेकर जन्म भूमि ट्रस्ट चीजों को गोपनीय रख रहा है. मूर्ति किसी को दिखाई ना पड़े. इस वजह से पीले रंग के कपड़े से ट्रक को ढक दिया गया है. माना जा रहा है इसी ट्रक से आज किसी भी समय मूर्ति निकाली जा सकती है. इसके बाद मूर्ति मंदिर परिसर में दाखिल की जाएगी. ट्रक के आस पास भी पुलिसकर्मी लगाए गए हैं.
(इनपुट:समर्थ श्रीवास्तव)
Ram Mandir Ayodhya Pran Pratishtha:राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को गुजरात में आम आदमी पार्टी महाआरती का आयोजन करेगी. गुजरात के आम आदमी पार्टी के नेता इसुदान गढवी ने यह ऐलान किया है. AAP की गुजरात यूनिट ने तय किया है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तहत 3 दिन तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. गुजरात के सभी जिलों और महानगरपालिका 20 जनवरी को सुंदर कांड पाठ का आयोजन किया जाएगा. 21 जनवरी को राम भक्त रामधुन का आयोजन करेंगे. 22 जनवरी को सभी जिलों में महाआरती और महा प्रसाद का आयोजन किया गया है. कई कार्यकर्ता अयोध्या भी पहुंचेंगे.
(इनपुट: पंकज जैन, अमित भारद्वाज)
Ram Mandir Ayodhya Pran Pratishtha: प्रायश्चित पूजा और कर्मकुटी पूजन के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सात दिवसीय अनुष्ठान शुरू हो चुका है. मंगलवार को मूर्ति निर्माण स्थल की पूजा के बाद चिन्हित मूर्ति का शुद्धिकरण किया गया और रामलला की आंखों पर पट्टी बंधी गई. यह पट्टी 22 जनवरी को खोली जाएगी. आज रामलला की मूर्ति मंदिर परिसर में प्रवेश करेगी. मूर्ति को पूरे परिसर का भ्रमण कराया जाएगा. उसके बाद के सभी अनुष्ठान परिसर के अंदर ही होंगे.
(समर्थ श्रीवास्तव का इनपुट)
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha: विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि 5 साल के हैं तो मूर्ति में बचपना मुस्कुराहट और शरारत होगी और भगवान है, इसलिए मूर्ति में ईश्वरत्व के साथ ही वरद मुद्रा होगी.
विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि गोदी के बच्चे से लेकर व्हीलचेयर तक बुजुर्ग सब शामिल हो यह वर्ल्ड कप का मैच नहीं है. बल्कि 500 साल की प्रतिष्ठा के बाद भगवान राम का ग्रृह में प्रवेश है. आलोक कुमार ने कहा कि पवित्र हृदय से कॉलोनी के मंदिर में आना बैठना हनुमान चालीसा बोलना फिर देखना 12:20 पर अभिजीत मुहूर्त में भगवान की आंखों से जब पट्टी हटाएंगे तो रामलला का दर्शन होगा.
Ayodhya Ram Mandir: घुटनों के बल चलने वाले साल डेढ़ साल के रामलला की मूर्ति हम सभी ने देखी है, लेकिन ये अपने आप में बेहद अनोखी ऐसे होगी कि राम लला 5 साल के होंगे लेकिन हाइट सवा 5 फुट की होगी.
16 जनवरी को मुख्यतः कर्मकुटी पूजन किया गया. मण्डप में वाल्मीकि रामायण और भुशुण्डिरामायण का पारायणारम्भ हुआ. वैदिक विद्वान आचार्य श्री गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने बताया कि अनिल मिश्रा ने सांगोपांग सर्व प्रायश्चित्त किया और सरयू नदी में स्नान किया. विष्णुपूजन करके पञ्चगव्य एवं घी से होम कर पंचगव्यप्राशन किया. द्वादशाब्द पक्ष से प्रायश्चित स्वरूप गोदान किया. दशदान के पश्चात मूर्ति-निर्माण स्थान पर कर्मकुटी होम किया. मण्डप में वाल्मीकि रामायण और भुशुण्डिरामायण का पारायणारम्भ हुआ.