प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस की टीमें अतीक अहमद और उसके भाई को मेडिकल के लिए लेकर अस्पताल जा रही थी. घटना मेडिकल कॉलेज के पास हुई है. जिस वक्त हमला हुआ, उस वक्त दोनों को जांच के लिए ले जाया जा रहा था. हमले में दोनों की मौत के बाद के शवों को मेडकल कॉलेज के अंदर ले जाया गया. मौके पर धार्मिक नारे जरूर सुने गए. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शेर लिखकर सवाल पूछा है कि कानून का राज कायम है या बंदूक का राज आ गया है. ओवैसी ने आगे लिखा है कि...
तुझ को कितनों का लहू चाहिए ए अर्ज-ए-वतन
जो तेरे आरिज-ए-बेरंग को गुलनार करें
कितनी आहों से कलेजा तेरा ठंडा होगा
कितने आंसू तेरे शहरों को गुलजार करें
तेरे ऐवानों में पुर्जे हुए पैमां कितने
कानून का राज या बंदूक का?
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है. सीएम ने लखनऊ में बैठक बुलाकर यह आदेश दिया है.
अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों आरोपी प्रयागराज के बाहर के रहने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक अब तक की पूछताछ में पता चला है कि अतीक-अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है, जबकि तीसरा आरोपी सनी कासगंज जनपद से है. पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना यही पता बताया है, पुलिस इनके बयानों को वेरिफाई कर रही है.
समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने कहा कि ये जानबूझकर किया गया है. ये मिली जुली साजिश है. ये अचानक नहीं हो सकता है. इससे लोगों का विश्वास कानून-व्यवस्था से खत्म हो जाएगा. यूपी में एनकाउंटर के नाम पर मारने का शॉर्ट कट चल रहा है. ये बहुत गलत हुआ है. उन्होंने स्वतंत्रदेव सिंह के पुण्य-पाप का हिसाब वाले ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि जन्होंने बहुत पाप किया है, वो संरक्षण में हैं. जब मुंबई में अजमल कसाब पकड़ा गया था तो उसे तो वहीं मार देना चाहिए था, लेकिन वहां संविधान के तहत कार्रवाई हुई. लेकिन यूपी में कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पर उनके पूर्व वकील ने आजतक से कहा कि जो कुछ भी हुआ वह बहुत ही निंदनीय है. एक पूर्व सांसद और पूर्व विधायक की हत्या पुलिस की मौजूदगी में हुई. मैं उस समय मौके पर मौजूद था, जब गोलीबारी हुई थी. मैं नहीं जानता कि हमलावर कौन हैं.
लखनऊ में सीएम योगी के साथ चल रही अधिकारियों की लंबी मैराथन मीटिंग देर रात पौने तीन बजे खत्म हो गई है. मीटिंग के बाद डीजी, एडीजी और प्रमुख सचिव मीटिंग से निकले. जानकारी के मुताबिक सीएम ने सख्त आदेश दिए हैं कि अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के एसएसपी को फील्ड में रहने के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए. इसमें सभी प्रदेशवासी सहयोग भी कर रहे हैं. आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए, इसका ध्यान रखें. सीएम योगी ने कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करे. सीएम योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि अतीक अहमद के विषय पर पुलिस और क़ानून अपना काम कर रहा है. कृपया कोई भी ऐसा बयान या पोस्ट ना करें, जिससे माहौल ख़राब हो या किसी को भड़कने का बहाना मिले. पुलिस पूरे यूपी में अलर्ट है और सीएम योगी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं. अगर कोई जानबूझकर माहौल ख़राब करता हुआ दिखे तो पुलिस को तुरंत सूचित करें.
अतीक अहमद और अशरफ को मारने के लिए हमलावर जिस बाइक से आए थे. वह वाहन एप पर सरदार अब्दुल मन्नान खान के नाम से रजिस्टर है. जिसे 3 जुलाई 1998 को नकद खरीदा गया था.
बहुजन समाज पार्टी के सांसद कुंवर दानिश अली ने अतीक की हत्या के बाद सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सबको मिट्टी में मिला दो. अतीक और अशरफ की नृशंस हत्या यूपी में अराजकता की पराकाष्ठा है. ये ऊपर बैठे लोगों की मंजूरी के बिना संभव नहीं है. किसी भी लोकतंत्र में इस तरह के जघन्य अपराध के लिए राज्य सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए.
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि यह यूपी की कानून और व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है. यह कोई बड़ी साजिश लगती है. इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए और यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए.
अतीक-अशरफ के हमलावर Up70-M7337 नंबर की पल्सर से आए थे. क्या ये नंबर फर्जी तो नहीं, इसकी भी जांच की जाएगी. बाइक कहां से लाई गई. किसकी है इसकी जांच जारी है. इसके साथ ही हमलावरों ने कैमरा कहां से लिया, ये डमी कैमरा है या फिर कहीं से खरीदा था, इसकी जांच की जा रही है. फॉरेंसिक टीम के 5 अधिकारी मौके से सबूत जुट कर मौके के निकल चुकी है.
यूपी के मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि ये आसमानी फैसला है. जब लगातार जुर्म बढ़ता है तो कुदरत भी सक्रिय हो जाती है और अपने तरीके से फैसला करती है. इसलिए मैं समझता हूं कि ये आसमानी फैसला है, सभी को इसे स्वीकार कर लेना चाहिए. सरकार ने पूरी कोशिश की कि कानून व्यवस्था मेनटेन रहे. इसी दिशा में कार्रवाई की.
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है, जब राक्षसों का संहार होता है तब पृथ्वी का भार कम होता है.
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद सीएम के सरकारी आवास की सुरक्षा बढ़ाई गई है. प्रयागराज की घटना के बाद लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस हाईअलर्ट पर है. एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने पुराने लखनऊ के हुसैनाबाद में पैदल गश्त किया है. लोगों से संवाद कर भीड़ ना लगाने की हिदायत दी गई है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक और अशरफ की हत्या का संज्ञान लिया है. उन्होंने तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने तीन सदस्य ज्यूडिशियल कमिशन (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के निर्देश भी दिए हैं. तीनों हमलावर मौके पर पकड़े गए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
प्रयागराज में सुरक्षा के लिहाज से धारा 144 लागू कर दी गई है. चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. साथ ही इलाके में हाईअलर्ट घोषित किया गया है.
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है. इसके साथ ही संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है. आसपास के जिलों से पुलिस फोर्स भेजा गया है. साथ ही PAC और RAF लगाई जा रही है.
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यूपी सरकार के मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट किया है. उन्होंने बिना किसी का नाम लिखे ट्वीट किया- पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है…
पुलिस ने तीन हमलावरों लवलेश, सनी, अरुण मौर्य को हिरासत में लिया है. इनसे पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि ये हमलावर पहले से घात लगाए बैठे थे. मौके पर इंतजार करते रहने की बात कही जा रही है. यह भी बताया जा रहा है कि ये मूवमेंट कल से हो रहा है. आज अतीक और उसके भाई को जंगलों से पिस्तौल बरामदगी के बाद मेडिकल के लिए लाया जा रहा है.
प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी सरकार को घेरा है. अखिलेश ने कहा- यूपी में अपराध चरम पर है. अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. आम जनता की सुरक्षा का क्या, जब पुलिस कर्मियों के सुरक्षा घेरे में कुछ लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है? इससे जनता में डर का माहौल बन रहा है, ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसा माहौल बना रहे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. अतीक की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं. दो दिन पहले ही अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम का झांसी में एनकाउंटर हुआ था. पुलिस ने बताया था कि असद और उसकी गैंग अतीक को छुड़ाने का प्लान बना रहे थे.
अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद इलाके को छावनी में बदल दिया गया है. मौके पर फॉरेंसिक की टीम पहुंच गई है. वहीं, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाराज बताए जा रहे हैं. उन्होंने अफसरो को तलब करके पूरी जानकारी मांगी है.
प्रयागराज में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या किए जाने पर विपक्ष हमलावर हो गया है. सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं.
अतीक और उसके भाई को मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल लेकर जाया जा रहा था. रास्ते में अतीक और उसका भाई मीडिया से गुड्डू मुस्लिम को लेकर सवाल का जवाब दे रहे थे, इस बीच, अतीक और अशरफ पर गोली चला दी गई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना पर पुलिस अफसरों को तलब किया है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार सीएम से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पर पहुंचे हैं. योगी ने डीजीपी को भी तलब किया है.
अतीक और उसके भाई से यूपी पुलिस कस्टडी में पूछताछ कर रही थी. दोनों से उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ की जा रही थी. अतीक को साबरमती जेल से लाया गया था. जबकि उसके भाई अशरफ को बरेली जेल से लाया गया था.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की रात 10.35 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई. मौके से तीन हमलावरों के पकड़े जाने की खबर है. बताया गया है कि ये हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे.