समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान पर तीखा हमला बोला है. गुरुवार की शाम को अपने आधिकारिक X हैंडल पर एक वीडियो साझा करते हुए उन्होंने इसे 'देश के खिलाफ बड़ी साजिश' बताया और चेतावनी दी कि यह प्रक्रिया देश को 'औपनिवेशिक युग से भी बदतर हालात' में ले जा सकती है.
अखिलेश ने बीजेपी पर साधा निशाना
अखिलेश ने कहा कि SIR केवल मतदाता सूची का पुनरीक्षण नहीं है, बल्कि एक ऐसा तंत्र है जिसके जरिए आम लोगों के अधिकारों को धीरे-धीरे समाप्त किया जा सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि 'आज वोट काटे जा रहे हैं, कल जमीन के रिकॉर्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आरक्षण, और बाद में मध्यम वर्ग के बैंक अकाउंट और लॉकर तक में हस्तक्षेप किया जाएगा.'
उन्होंने विपक्षी दलों ही नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन NDA के सहयोगियों को भी इस 'मेगा साजिश' के खिलाफ एकजुट होने की अपील की. अखिलेश ने कहा, 'यह देश के लोगों के खिलाफ सबसे बड़ा षड्यंत्र है, यह जागने का समय है. इस धोखाधड़ी को रोकने के लिए सबको एकजुट होना होगा.'
'चुनावी तंत्र' को कब्जे में लेने की कोशिश: अखिलेश यादव
पूर्व सीएम ने दावा किया कि BJP और उसके सहयोगियों ने 'चुनावी तंत्र को अपने कब्जे में लेने की योजना बना ली है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मदद से मतदाता सूचियों में हेराफेरी की जा रही है.
अखिलेश ने चेतावनी दी कि NDA के साथ खड़े कुछ छोटे दल 'सबसे पहले समाप्त किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि वोट किसी नागरिक की पहचान है और अगर वोट ही खतरे में है, तो लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार हो रहा है.
SIR प्रक्रिया फिलहाल नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में चल रही है. चुनाव आयोग ने बताया है कि उनके बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) ने घर-घर जाकर फॉर्म बांटना शुरू कर दिया है और मतदाताओं को आवश्यक दस्तावेज भरने में सहायता भी दे रहे हैं.
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