संजय सिन्हा आज मीरा की कहानी सुना रहे हैं कि कैसे मीरा बेधड़क जहर पी गईं. जब उनकी मां उनसे ये कहानी सुनाती हैं तो वे उनसे सवाल पूछते हैं. वे मीरा के माध्यम से आस्था के विस्तार और भरोसे को आगे बढ़ाते हैं. वे बताते हैं कि कैसे जहर और अमृत महज भाव हैं. वे आस्था के शक्ति और मीरा के कहानी के विस्तार का जिक्र करते हैं. वे प्रेम, आस्था और भरोसे की कहानी का विस्तार दे रहे हैं. वे इस कहानी से जोड़ते हुए एक आदमी के सांप के दंश और उसके डर की कहानी बयां कर रहे हैं. देखें वीडियो...