FaceApp हुआ वायरल, लेकिन उठ रहे हैं प्राइवेसी से जुड़े ये गंभीर सवाल

Face App ट्रेंड में है. इसे लेकर कुछ गंभीर सवाल उठे हैं. एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने कहा है कि ये बिना यूजर की परमिशन के फोटो की लाइब्रेरी अपलोड कर रहा है.

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मुन्ज़िर अहमद

  • नई दिल्ली,
  • 17 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 11:05 AM IST

भारत में एक समय Sarahah ऐप का खूब ट्रेंड था, ठीक उसी तरह से फेस ऐप का ट्रेंड शुरू हुआ है. FaceApp – एक ऐसा ऐप है जो आज कल भारत में काफी पॉपुलर हो रहा है. न्यूज फीड में ऐसी फोटोज की भरमार है जिसमें लोग बूढ़े दिख रहे हैं. ये ऐप नया नहीं है, काफी पहले से है. लेकिन भारत में आज कल ये ट्रेंड में है. दरअसल इस ऐप में कई फीचर्स हैं जिनमें से एक चेहरे को बूढ़ा दिखाने वाला है.

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FaceApp के मुताबिक कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलजी का यूज करके ऐसा करती है. ये ऐप 2017 में लॉन्च हुआ था. क्या इसे यूज करने में रिस्क  है? क्या ये आपके फोटो लाइब्रेसी का फुल ऐक्सेस लेता है? इस तरह  के सवाल लोगों के मन में उठ रहे हैं.

इस ऐप को न सिर्फ आम यूजर्स बल्कि अब सेलिब्रिटी यूज कर रहे हैं और इस वजह से इसे ज्यादा हाइप मिल रहा है. फोटोज को एडिट करने के लिए ये ऐप न्यूरल नेटवर्क यूज करता है. न्यूरल नेटवर्क आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही एक प्रकार है. न सिर्फ ऐज बल्कि इस ऐप से यंगर लुक, जेंडर स्वैप जैसे टास्क भी किए जा सकते हैं.

क्या कहती है FaceApp की प्राइवेसी पॉलिसी?

जब भी आप हमारी सर्विस यूज करते हैं, हमारी सर्विस ऑटोमैटिकली कुछ लॉग फाइल इनफॉर्मेशन रिकॉर्ड करती है. इनमें आपका वेब रिक्वेस्ट, आईपी अड्रेस, ब्राउजर टाइप, यूआरएल और आप इस सर्विस के साथ कितनी बार इंटरऐक्ट करते हैं इस तरह की जानकारी शामिल है.

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पॉलिसी में ये भी कहा गया है कि कंपनी यूजर डेटा बिना उनके इजाजत के नहीं बेचेगी और न ही किसी को रेंट पर देगी.  हालांकि फेस ऐप के ग्रुप की कंपनियों को आपका डेटा दिया जा सकता है, क्योंकि आपने इसके कॉन्सेंट दिया है.  कंपनी की पॉलिसी के मुताबिक अगर कंपनी चाहे तो थर्ड पार्टी एडवार्टाइजिंग पार्टनर्स को कुछ जानकारियां दे सकती है. इनमें कूकज डेटा शामिल हैं. 

क्या ये ऐप बैकग्राउंड में आपकी फोटो लाइब्रेरी को क्लाउड पर अपलोड कर रहा है?

इस ऐप के वायरल होने के बाद ट्विटर पर कुछ लोगों ने ये बात कही. हालांकि सिक्योरिटी रिसर्चर Robert Baptiste के मुताबिक ऐसा नहीं है और इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है. लेकिन जाहिर है जिस फोटो को आप एडिट कर रहे हैं उसका 100% परमिशन आप उस ऐप को दे रहे हैं.

एक ट्विटर यूजर ने वीडियो पोस्ट किया है. ये iOS का है. उन्होंने सवाल उठाया है कि बिना परमिशन के ये ऐप फोटो कैसे ले सकता है. इस वीडियो में उन्होंने ये दिखाया है कि iOS की सेटिंग्स में उन्होंने Allow face app to access Photos को NEVER पर सेट किया है. यानी उन्होंने इस ऐप को फोटोज लेने की परमिशन नहीं दी है, लेकिन फिर जब उन्होंने इस ऐप को ओपन किया तो बिना सेटिंग्स में बदलाव किए ही वो फोटो उस ऐप पर अपलोड कर पा रही हैं.

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वेब डेवेलपर जॉशुआ नॉजी ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि FaceApp से सावधान  रहें. ये फेस ऐजिंग ऐप बिना आपसे पूछे आपकी फोटोज को अपलोड कर रहा है. ये ऐप फ्री है, लेकिन इस ऐप के कई फीचर्स प्रीमियम हैं और उन्हें यूज करने के लिए इन ऐप परचेज का यूज करना होगा यानी आपको पैसे देने होंगे.

फिलहाल प्राइवेसी के इस सवाल पर FaceApp की तरह से कोई स्टेटमेंट नहीं आया है, जैसे ही कंपनी स्टेटमेंट जारी करेगी हम आपको अपडेट करेंगे.

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