दूरदर्शी प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू

जवाहर लाल नेहरू (1889-1964) भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और उनकी दूरदर्शिता से हुए नए भारत का निर्माण

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इलेस्ट्रशनः नीलांजन दास इलेस्ट्रशनः नीलांजन दास

मंजीत ठाकुर

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  • 25 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 1:58 PM IST

आधुनिक भारत के निर्माता/ गणतंत्र दिवस विशेष

जवाहरलाल नेहरू को अगर बढिय़ा तरीके से कोई समझ पाया था तो वे थे महात्मा गांधी. चतुर संत और उससे भी होशियार बनिएके तौर पर गांधी महसूस कर चुके थे कि राष्ट्रवादी हीरो के तौर पर उपलब्ध नेताओं में से कोई भी उनका उत्तराधिकारी नहीं हो सकता. बहुतेरे नेताओं ने इस भूमिका के लिए अपनी ही सिफारिश की लेकिन सबमें उस काबिलियत का अभाव था. गांधी को इन सबका दोयम लगना स्वाभाविक था.

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आधुनिकता के अफसाने को अमल में लाने की अपनी क्षमता की वजह से ही जवाहरलाल नेहरू, गांधी जी के लिए विशिष्ट थे. उनके जैसे महाकाव्यात्मक गुण और औपन्यासिक बारीकी को कोई और नहीं प्रदर्शित कर सकता था. नेहरू आधुनिकता के अवतार बन गए थे. उनके जैसा त्रुटिहीन तरीके का राजनैतिक, सौंदर्यपरक और सदाचारी आयाम किसी और में नहीं था. इससे भी ज्यादा प्रीतिकर था, इन सब में उनके मार्फत लाया जाने वाला आकर्षण और विशुद्ध नजाकत. अगर आधुनिकता के लिए कोई ऑस्कर मिलता तो नेहरू उसे हर साल ले जाते.

उनके जैसा आधुनिकता को रूपक, मानवीयता और जोश प्रदान करने वाला दुनिया में कहीं भी कोई और राजनेता नहीं था. नेहरू आधुनिकता को उसकी परिभाषा से भी आगे लेकर गए. उन्होंने सहजता को ज्यादा महत्व दिया. वह मिस्टर मॉडर्न थे. यदि आधुनिकता के लिए कोई सदाबहार व्यक्ति था तो वे जवाहरलाल नेहरू ही थे.

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(लेखक जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल में प्रोफेसर हैं)

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