आत्माओं से बात करती है बॉलीवुड की यह बड़ी हस्ती, खोले कई दफन राज

हाल ही मे 'राज रीबूट' के एक इंवेट मे डायरेक्टर विक्रम भट्ट ने सबको यह बता कर चौंका दिया कि वह पिछले कुछ साल से आत्माओं के संपर्क में हैं. उनका दूसरी दुनिया से भी वास्ता हैं और वह बाकायदा आत्माओं से बातें करते हैं.

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नई दिल्ली नई दिल्ली

नरेंद्र सैनी / पूजा बजाज

  • नई दिल्ली,
  • 08 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 4:59 PM IST

हाल ही मे फिल्म 'राज रीबूट' के एक इंवेट मे डायरेक्टर विक्रम भट्ट ने सबको यह बता कर चौंका दिया कि वह पिछले कुछ साल से आत्माओं के संपर्क में हैं.

उनका दूसरी दुनिया से भी वास्ता है और वह बाकायदा आत्माओं से बातें करते हैं. विक्रम भट्ट का यह चौंका देने वाला बयान सुनकर वहां मौजूद हर कोई हैरान रह गया. विक्रम भट्ट ने अपनी बात जारी रखते हुए इस रहस्य पर से पर्दाफाश किया कि जब से वह 'राज' सीरिज से जुड़े हैं तब से उनका दूसरी दुनिया यानी आत्माओं से भी गहरा रिश्ता बन गया है.

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विक्रम भट्ट के अनुसार 'राज' सीरीज के निर्माण के दौरान उनका आध्यात्मिकता की तरफ रूझान होने लगा था. वह दुसरी दुनिया के बारे मे जानने को बेचैन रहते थे. जिस वजह से उनके अंदर उथल-पुथल रहती थी. उसी दौरान उनका एक महिला से संपर्क हुआ जो भारतीय थीं लेकिन थाईलैंड मे रहती थीं. उन्होंने विक्रम भट्ट से ऑनलाइन बात की और विक्रम को बताया कि उसके आध्यात्मिक गुरु ने उसे कहा है कि वह विक्रम के मन को शांत करे और आत्माओं की दुनिया की सही जानकारी दे.


विक्रम कहते हैं, 'मेरे लिए यह सब कुछ बहुत अजीब था. मै यह सोचकर आश्चर्यचकित था कि उस औरत के गुरु को यह कैसे पता चला कि मैं अशांत हूं. वह महिला मेरी मदद के लिए ना सिर्फ इंडिया आई बल्कि वह यहां पर अपने खर्चे पर रूकी और मुझे आध्यात्मिक ज्ञान देने की शुरुआत की. उसने मुझे बताया कि मुझे अगर आत्माओं के बारे मे सही ढंग से जानना है तो आत्माओं के साथ संपर्क बनाना होगा उनके साथ गहराई से जुड़ना होगा तभी वह मेरे साथ घुल-मिल पाएंगी. उसके कहने पर मैंने पूरी तन्मयता से आध्यात्मिक ज्ञान हासिल किया जिसके तहत मैंने आत्माओं से बातें की उनके साथ झगड़ा भी किया. मैंने कई बार ये भी कोशिश की कि मैं इस आत्माओं की दुनिया से बाहर निकल जाऊं लेकिन बावजूद इसके आत्माएं मेरे सपंर्क मे आती थीं. मुझसे बातें करती थीं. मैं उनको छोड़ना चाहता था उनसे दूर जाना चाहता था लेकिन फिर भी वे मुझे छोड़ना नही चाहती थीं. 'राज' के निर्माण के दौरान आत्माओं के साथ मुझे कई सारे अच्छे बुरे अनुभव हुए हैं. वह सारे अनुभव मै अपने फेसबुक एंकाउट के जरिये और टी सीरीज वेब पेज के जरिये हर रात ग्यारह बजे 'राज की बात' के तहत पाठकों के साथ शेयर करना चाहूंगा...' तो फिर इंतजार करते हैं कि विक्रम के पिटारे से क्या निकलता है.

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