हीरा नगरी कहे जाने वाले गुजरात के सूरत शहर में एक ऐसे अनोखे प्रॉपर्टी दस्तावेज का रजिस्ट्रेशन हुआ जिसके बाद विश्व रिकॉर्ड भी बनने का दावा किया गया. यह रजिस्ट्रेशन सूरत सब-रजिस्ट्रार के दफ्तर में मंगलवार को किया गया.
इस मामले को अनोखा इसलिए भी कहेंगे क्योंकि जिस प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन हुआ है उसके कागजात में सोने और चांदी के अलावा हीरे का इस तरह से इस्तेमाल किया गया है ताकि दस्तावेज को स्कैन करने में भी दिक्कत ना हो.
दरअसल सूरत में रहने वालीं रीता राजेंद्र कुमार चांडक नामक महिला ने एक दुकान खरीदी थी. दुकान की कीमत तकरीबन 8 लाख रुपये थी. इसकी रजिस्ट्री करवाने के लिए रीता चांडक ने अपने वकील अरुण लाहोटी से संपर्क किया.
वकील अरुण लाहोटी ने अपनी क्लाइंट रीता को दुकान का दस्तावेज अनोखो ढंग से तैयार करवाने की सलाह दी थी. वकील की सलाह के मुताबिक दुकान का दस्तावेज बनवाने में 2 किलो 600 ग्राम चांदी, तकरीबन 10 ग्राम सोना और हीरे का भी इस्तेमाल किया गया. रजिस्ट्रेशन करवाने वाले वकील का दावा है कि अपने तरह का देश का पहला प्रॉपर्टी दस्तावेज है.
तकरीबन 8 लाख रुपये कीमत की दुकान का दस्तावेज रजिस्ट्रेशन होने के इस मौके पर वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया बुक का ख़िताब दिया गया. वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया के अधिकारी पावन सोलंकी ने बताया कि सिर्फ इंडिया स्तर पर ही नहीं बल्कि वर्ल्ड लेवल पर भी इस तरह के प्रॉपर्टी दस्तावेज के रजिस्ट्रेशन को लेकर सर्च किया गया था. मगर देश और दुनिया में इस तरह से अनोखे दस्तावेज का रजिस्ट्रेशन का कोई प्रमाण नहीं मिला था.
सोना , चांदी के दस्तावेज में 200 अमेरिकन डायमंड भी पिरोये गए हैं. इसे बनवाने में करीबन 2 लाख रुपया खर्च हुआ है. दस्तावेज की रजिस्ट्री करने वाले अधिकारी अशोक पटेल का कहना है कि इसमें सभी क़ानूनी मानकों का पालन किया गया गया है. इस दस्तावेज को स्कैन भी किया जा सकेगा और इसमें विशेष प्रकार का सिक्का और स्याही उपयोग की गई है.
गोपी घांघर / देवांग दुबे गौतम