विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत और अमेरिका को अपने संबंध समझने में छह दशक लग गए लेकिन अंततः यह संबंध मजबूत बनकर सामने आया. इंडिया ग्लोबल वीक नाम के एक वीडियो सेशन में विदेश मंत्री ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि अमेरिका के पिछले चार राष्ट्रपतियों ने भारत के साथ संबंध मजबूत करने पर बल दिया है.
दोनों देशों के बीच लगातार मजबूत होते संबंधों पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, पिछले चार राष्ट्रपतियों ने भारत के साथ रिश्ते बनाने पर बल दिया और इसी का परिणाम है कि आज दोनों देशों के संबंध काफी मजबूत हैं. जयशंकर ने कहा, 'अमेरिका के कम से कम चार राष्ट्रपति- बराक ओबामा, जॉर्ज बुश, डोनाल्ड ट्रंप और बिल क्लिंटन, सभी इस बात पर राजी थे कि भारत के साथ संबंध मजबूत किए जाएं जबकि कोई भी चार व्यक्ति एक जैसा नहीं हो सकते.'
समाचार एजेंसी पीटीआई ने विदेश मंत्री के हवाले से लिखा, "चार अमेरिकी राष्ट्रपतियों - डोनाल्ड ट्रंप, बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन पर विचार करें. मुझे यकीन है कि आप मेरे से सहमत होंगे कि आप दुनिया में इन चार लोगों को एक दूसरे के समान कम नहीं पा सकते हैं. एक बात जिस पर वास्तव में वे चारों सहमत हुए हैं, वह है भारत का महत्व और संबंध मजबूत करने की आवश्यकता.''
भारत और अमेरिका के बीच कई मुद्दों पर जयशंकर ने अपनी राय रखी. उन्होंने सुरक्षा, रक्षा और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों पर विस्तार से बात की. इस दौरान विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि मैं इसे कई अहम रिश्तों में सबसे खास मानता हूं. लेकिन उम्मीद है कि अमेरिका के लिए भारत की दोस्ती उस गणित (कैलकुलस) के लिहाज से भी अहम साबित होगी जिसके माध्यम से वह दुनिया को देखता है.
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