पंजाब विधानसभा का बजट सत्र जारी है और इस दौरान पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता के करतारपुर कॉरिडोर को लेकर दिए बयान पर हंगामा भी लगातार हो रहा है. इसी मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को पंजाब विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया.
हालांकि आम आदमी पार्टी (AAP) के पंजाब के अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान के मंगलवार को विधानसभा में आने और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की निजी जिंदगी पर बयान को लेकर वह विरोधियों के निशाने पर आ गए.
सदन में महिला पाकिस्तानी पत्रकार का जिक्र
दरअसल, विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले सदन के बाहर आम आदमी पार्टी के विधायकों ने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता की पाकिस्तानी पत्रकार और नागरिक आरुसा आलम के साथ तस्वीरों को लेकर प्रदर्शन किया.
सांसद भगवंत मान ने विधानसभा के अंदर आरोप लगाया कि पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह करतारपुर कॉरिडोर से होकर आने वाले श्रद्धालुओं को आतंकवादी करार देने पर तुले हुए हैं और पाकिस्तान और ISI को पंजाब के लिए खतरा बताते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद किस तरह से नियमों की अनदेखी कर अपनी दोस्त पाकिस्तानी नागरिक आरूसा आलम को अपने सरकारी आवास पर रखे हुए हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह इसका जवाब दें.
आरूसा अलम मामले की हो जांचः मान
भगवंत मान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कैप्टन की निजी जिंदगी पर कोई टॉरगेट नहीं करना चाहते थे, लेकिन एक ओर तो कैप्टन अमरिंदर सिंह कह रहे हैं कि पंजाब को पाकिस्तान और उनकी खुफिया एजेंसी ISI से खतरा है, दूसरी ओर वो अपनी पाकिस्तानी महिला मित्र आरूसा अलम को पिछले कई सालों से अपने साथ रखे हुए हैं और अब वो मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर भी रहती हैं.
उन्होंने कहा कि डीजीपी दिनकर गुप्ता के साथ भी उनकी गहरी दोस्ती है. इसी वजह से डीजीपी दिनकर गुप्ता को राज्य सरकार द्वारा बचाया जा रहा है.
भगवंत मान ने कहा कि आरूसा अलम को किस तरह से भारतीय वीजा मिला हुआ है और वो कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ कभी चंडीगढ़ में रहती हैं तो कभी किसी दूसरी जगह चली जाती हैं, इस बात की भी जांच होनी चाहिए.
शराब के नशे में सदन आए थे MP मानः कांग्रेस
इस पूरे मामले पर कांग्रेस के विधायकों ने भगवंत मान को ही टॉरगेट करते हुए कहा कि भगवंत मान इस तरह की बातें करके Below The Belt बात कर रहे हैं और जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डीजीपी के बयान पर सफाई दे दी है तो विपक्ष को इस पूरे विवाद को खत्म कर देना चाहिए.
कांग्रेस के विधायकों ने कहा कि उन्होंने और विधानसभा में मौजूद कई अन्य विधायकों और आम लोगों ने भी आज महसूस किया कि भगवंत मान नशे की हालत में थे और उनके मुंह से बदबू आ रही थी और भगवंत मान का मेडिकल टेस्ट करवाया जाना चाहिए था, लेकिन उससे पहले ही वो विधानसभा से चले गए.
हालांकि इस मसले पर अकाली दल ने कहा कि भगवंत मान को इस तरह से कैप्टन अमरिंदर सिंह की निजी जिंदगी पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी और अकाली दल के विधायकों एनके शर्मा और हरविंदर सिंह चंदूमाजरा में कहा कि भगवंत मान नशे की हालत में विधानसभा में आए हुए थे और कई लोगों ने उनके मुंह से शराब की बदबू महसूस की है.
नशे में सदन आना निंदनीयः अकाली
उन्होंने यहां तक कहा कि इससे पहले भगवंत मान पर लोकसभा के अंदर भी इसी तरह से नशे की हालत में जाने के आरोप लगते रहे हैं और अब इस पवित्र पंजाब विधानसभा के सदन में भी वो नशे की हालत में आ गए हैं और इसकी अकाली दल निंदा करता है.
इस पूरे मामले पर लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि भगवंत मान के मुंह से शराब की बदबू कई विधायकों ने महसूस की. हो सकता है कि भगवंत मान ने रात को शराब पी हो और सुबह उनके मुंह से बदबू आ रही हो.
दूसरी ओर, विधानसभा में बीजेपी के बयान को लेकर जारी हंगामे और विपक्षी पार्टियों अकाली दल और आम आदमी पार्टी की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन और नारेबाजी पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि डीजीपी ने अपने कहे शब्दों पर खेद प्रकट किया है और उन्होंने अपने शब्द वापस ले लिए हैं तो अब इस पूरे विवाद को खत्म कर देना चाहिए.
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पाक से एंट्री फीस के खिलाफ प्रस्ताव पास
पंजाब विधानसभा में आज मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें केंद्र सरकार से मांग की गई कि वो पाकिस्तान से करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से गुरुद्वारे में दर्शन करने के लिए जा रहे श्रद्धालुओं से ली जा रही एंट्री फीस को माफ करने के लिए ठोस बात करें.
प्रस्ताव में कहा गया कि पंजाब में और पूरे देश में ऐसा कहीं भी रिवाज नहीं है कि गुरुद्वारों या धर्मस्थलों पर दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं से एंट्री के लिए पैसे लिए जाएं और पाकिस्तान को भी इस फीस को माफ करनी चाहिए और करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से गुरुद्वारे में दर्शन करने के लिए जाने वाले कई श्रद्धालु बेहद गरीब होते हैं और वो ये खर्चा नहीं उठा सकते.
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मुद्दों से हटकर निजी हमले शुरू
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पिछले कई दिनों से लगातार हंगामा जारी है. कभी डीजीपी के करतारपुर कॉरिडोर को लेकर दिए गए बयान तो कभी किसानों के मुद्दे पर सदन में आम आदमी पार्टी और अकाली दल लगातार हंगामा करते ही रहते हैं.
लेकिन आज जिस तरह से भगवंत मान ने पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की निजी जिंदगी को टॉरगेट किया और उसके बाद कांग्रेस के विधायकों ने भी भगवंत मान के शराब के नशे में पंजाब विधानसभा में आने पर सवाल खड़े कर दिए तो उसके बाद अब ये पूरी लड़ाई मुद्दों से हटकर निजी स्तर तक पहुंच चुकी है.
सतेंदर चौहान