महाराष्ट्र के शिरडी में सोमवार को बंद नहीं होगा. स्थानीय लोगों ने बंद को वापस ले लिया है. साई जन्मभूमि विवाद के चलते रविवार को शिरडी बंद रहा लेकिन ग्रामसभा ने यह बंद रविवार रात 12 बजे के बाद रद्द करने का फैसला किया है. ग्रामसभा ने बंद को रद्द करने का फैसला ऐसे वक्त लिया है जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस विवाद को लेकर सोमवार को बैठक बुलाई है.
उद्धव ठाकरे की मीटिंग में शिरडी और पाथरी ग्रामसभा, साईबाबा मंदिर ट्रस्ट के सीईओ, संसद सदाशिव लोखंडे, शिरडी के विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल शामिल होने वाले हैं. यह मीटिंग सोमवार को दोपहर दो बजे होनी है. उद्धव ठाकरे ने 9 जनवरी को औरंगाबाद में साई बाबा के कथित जन्म स्थान पाथरी शहर के लिए 100 करोड़ की विकास निधि देने का ऐलान किया था. मुख्यमंत्री के इस फैसले का शिरडी के लोग विरोध कर रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि पाथरी को लेकर अगर सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेगी तो वे कोर्ट जाएंगे.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साई के जन्मस्थान वाले बयान को लेकर रविवार को शिरडी में बंद रहा. मंदिर के बाहर की दुकानें, बाजार और होटल नहीं खुले. हालांकि, साई मंदिर बंद के दौरान भी खुला रहा, जहां रोज की तरह भक्तों का ताता लगा दिखाई दिया. शिरडी के 35 गांवों ने बंद का समर्थन किया जिसका असर देखने को मिला. दरअसल, शिरडी के लोगों की मांग है कि उद्धव ठाकरे अपना बयान वापस लें. उद्धव ठाकरे ने पारथी को साई बाबा का जन्मस्थान बताया था.
साई मंदिर के पूर्व ट्रस्टी अशोक खांबेकर का कहना है कि साई बाबा ने कभी भी अपने जन्म, धर्म पंथ के बारे में किसी को नहीं बताया. बाबा सर्वधर्मसमभाव के प्रतीक थे. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को गलत जानकरी दी गई है. खांबेकर का कहना है कि मुख्यमंत्री पहले साई सत चरित्र का अध्ययन करें और उसके बाद कोई फैसला लें.(इनपुट/नितिन मिराने)
पंकज खेळकर