मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा और नामों पर अंतिम मुहर के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में हैं.
दिल्ली में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जेपी नड्डा, नरेंद्र सिंह तोमर, अमित शाह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और पीएम मोदी से मुलाकात की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत भी दिल्ली में हैं.
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माना जा रहा है कि सोमवार देर शाम मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल की सूची लेकर वापस भोपाल आ सकते हैं और अगले दो दिन में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार में सबकी नजर इस बात पर है कि सिंधिया खेमे के कितने नेताओं को शिवराज कैबिनेट में जगह मिलती है.
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दरअसल, सिंधिया समर्थकों के इस्तीफे के बाद ही मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिर गई थी और इसके बाद शिवराज की मिनी कैबिनेट में सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को मंत्री पद दिया गया था. अब होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में भी माना जा रहा है कि सिंधिया कोटे से करीब 8-9 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है.
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हालांकि, बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती जातिगत समीकरणों के अलावा, सिंधिया समर्थकों और बीजेपी नेताओं को साधने की भी रहेगी, क्योंकि मंत्रिमंडल विस्तार में जरा सी भी नाराजगी का असर मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनावों पर भी पड़ सकता है.
वहीं, रविवार रात को आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार देने के बाद इस बात की संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही कैबिनेट विस्तार हो जाएगा.
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रवीश पाल सिंह