सौराष्ट्र क्षेत्र का यह शहर गुजरात के पांच प्रमुख शहरों में एक है. इस क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी रिलायंस इंडस्ट्रीज की ऑयल रिफाइनिंग कंपनी भी है, जिसके चलते जामनगर को ऑयल सिटी भी कहा जाता है. सामान्य वर्ग की जामनगर लोकसभा सीट पर 2014 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली थी. जबकि उससे पहले दो चुनाव कांग्रेस ने जीते थे. यहां सिटिंग सांसद पूनम बेन माडम हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
जामनगर लोकसभा सीट पर पहला चुनाव 1962 में हुआ और इस चुनाव में कांग्रेस के मनुभाई शाह ने जीत दर्ज की. अगला चुनाव यानी 1967 में स्वतंत्र पार्टी ने कांग्रेस को शिकस्त दी, लेकिन 1971 में कांग्रेस ने कमबैक करते हुए जीत अपने नाम कर ली. आपातकाल के बाद हुए चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस को झटका लगा और भारतीय लोकदल के उम्मीदवार विनोदभाई सेठ ने बाजी मारी.
1980 और 1984 का चुनाव कांग्रेस के नाम रहा, लेकिन 1989 में भारतीय जनता ने यहां अपनी एंट्री दर्ज कराई. 1989 से लेकर 1991, 1996, 1998 और 1999 के आम चुनाव में बीजेपी ने लगातार यह सीट अपने नाम की. 2004 में एनडीए के शाइनिंग इंडिया नारे को जब झटका लगा तो जामनगर की सीट भी बीजेपी के हाथ से खिसक गई और कांग्रेस के अर्जन भाई माडम ने चुनाव जीता. 2009 में भी उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर बाजी मारी. इसके बाद 2014 में मोदी लहर के सामने वह हैट्रिक नहीं लगा सके, और बीजेपी के टिकट पर महिला उम्मीदवार पूनम बेन माडम ने अर्जन भाई को शिकस्त दी.
सामाजिक ताना-बाना
जामनगर लोकसभा क्षेत्र के कई छोटी-बड़ी तेल रिफाइनरी है. साथ ही यहां के टूरिस्ट प्लेस भी आकर्षण का केंद्र रहते हैं. जामनगर लोकसभा क्षेत्र जामनगर और राजकोट जिले के अंतर्गत आता है. 2011 की जनगणना के मुताबिक, इस क्षेत्र की कुल आबादी 21,60,675 है. इसमें 55.06% शहरी और 44.94% ग्रामीण आबादी है. अनुसूचित जाति (SC) की जनसंख्या 8.03% और अनुसूचित जनजाति (ST) की आबादी 1.12% है. 2018 की वोटर लिस्ट के मुताबिक, यहां 1614320 कुल मतदाता हैं.
इस लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली सात सीटों में कालावड (SC), जामनगर दक्षिण, जामनगर ग्रामीण, जामनगर उत्तर, द्वारका, जामजोधपुर, खंभालिया हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में कालावड सुरक्षित सीट से कांग्रेस, जामनगर ग्रामीण से कांग्रेस, जामनगर उत्तर से बीजेपी, जामनगर दक्षिण से बीजेपी, जामजोधपुर से कांग्रेस, खंभालिया से कांग्रेस और द्वारका से बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. यानी सात में से 4 सीट कांग्रेस और तीन सीट बीजेपी ने जीती थीं.
2014 लोकसभा चुनाव का जनादेश
पूनम बेन माडम, बीजेपी- 484,412 वोट (56.8%)
अर्जन भाई माडम, कांग्रेस- 309,123 (36.3%)
2014 चुनाव का वोटिंग पैटर्न
कुल मतदाता- 14,70,952
पुरुष मतदाता- 7,71,004
महिला मतदाता- 6,99,948
मतदान- 8,52,643 (58.0%)
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
44 वर्षीय पूनम बेन माडम ने गुजरात यूनिवर्सिटी से बी कॉम की डिग्री हासिल की है. उनकी एक बेटी है. 2012 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव जीता, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने पर उन्होंने लोकसभा के लिए भाग्य आजमाया और जीत हासिल की.
लोकसभा में उपस्थिती की बात की जाए तो उनकी मौजूदगी 79 फीसदी रही है, जो कि औसत के करीब है. बहस के मामले में भी वह औसत से कम ही रही हैं और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 32 बार बहस में हिस्सा लिया है. हालांकि, सवाल पूछने के मामले में वह औसत से काफी आगे रही हैं. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कुल 340 सवाल पूछे हैं.
सांसद निधि से खर्च के मामले में भी उनका प्रदर्शन कमतर रहा है. उनकी निधि से जारी 18.18 करोड़ रुपये में से13.60 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च किए गए. यानी उन्होंने 76 फीसदी पैसा खर्च कर दिया. जबकि संपत्ति की बात की जाए तो एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 17 करोड़ से ज्यादा है. इसमें 6 करोड़ 38 लाख की चल संपत्ति है, जबकि 11 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति है.
जावेद अख़्तर