कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए 17 विधायकों ने इस्तीफा दिया था. उन्होंने कहा कि उनके त्याग और पंचमसाली मठ के आशीर्वाद से वो मुख्यमंत्री बने हैं. उन्होंने कहा कि आप हमे सुझाव दे सकते हैं कि 3 साल तक सरकार कैसे चलाई जाए, लेकिन अगर मेरी अपील नहीं मानते हैं तो मैं सीएम की कुर्सी छोड़कर घर बैठने को तैयार हूं.
सूत्रों के मुताबिक, 15 जनवरी के तुरंत बाद येदियुरप्पा अपनी सरकार का विस्तार कर सकते हैं. एक दर्जन के करीब नए मंत्री बनाए जाएंगे. इसमें वे ज्यादातर बागियों को एडजस्ट करेंगे और साथ ही लिंगायत-गैर लिंगायत का अनुपात भी ठीक करेंगे. इसके अलावा बेलगावी इलाके का प्रतिनिधित्व बढ़ाए जाने की चर्चा भी है. हालांकि येदियुरप्पा ने इससे इनकार करते हुए कहा कि पंचमसाली लिंगायत समुदाय से किसी के मंत्री बनाए जाने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक में मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने अपनी सरकार का विस्तार खरमास की वजह से रोक रखा था. येदियुरप्पा के बारे में कहा जाता है कि बिना ज्योतिष की सलाह के वे कोई काम नहीं करते हैं. कर्नाटक में पिछले महीने उपचुनाव हुए थे, जिसमें उनकी सरकार का समर्थन करने वाले कांग्रेस और जेडी(एस) के लगभग सभी बागी फिर से विधायक चुन कर आ गए हैं और मंत्री बनने के लिए जोर लगा रहे हैं.
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