यूपी के फिरोजाबाद में बकरीद पर लॉकडाउन की गहरी मार देखी जा रही है. यहां बकरीद पर भी बकरे नहीं बिक रहे हैं. यहां रात में बाजार लगता है लेकिन उसमें भी सन्नाटा है. बिक्री पर असर पड़ने से बकरा मालिक परेशान देखे जा रहे हैं. उनकी शिकायत है कि अगर बिक्री नहीं होगी तो बाकी के साल भर चारा खिलाने का खर्चा कहां से आएगा.
बता दें कि बकरीद त्योहार में अब कुछ ही दिन रह गए हैं. इस्लाम धर्म में कुर्बानी देने का बहुत अधिक महत्व है. फिरोजाबाद में लोग बकरे की कुर्बानी देने के लिए उत्साहित तो दिखे लेकिन बाजार में ऐसा कोई उत्साह नहीं देखा जा रहा है. यहां के जाटव पूरी पर लगने वाले बाजार में लोग बकरा खरीदने पहुंचे, लेकिन कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के बाद लोग काफी परेशान हैं. उन्हें बकरा खरीदने के लिए सोचना पड़ रहा है.
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दूसरी ओर, बकरे की बिक्री करने वाले लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन से आर्थिक तंगी की वजह से खरीदारों में काफी कमी आई है. लोग कीमत पूछ कर चले जाते हैं, लेकिन खरीदते नहीं हैं. बकरे की बिक्री करने वालों ने यह भी बताया कि हमें उतनी कीमत भी नहीं मिल पा रही है जितना हमने सालभर बकरे को चारा खिलाया है. हम अपने बकरों को बिक्री के लिए रोज लाते हैं और न बिकने के कारण उन्हें घर ले जाते हैं.
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रियाजुद्दीन नाम के एक बकरा विक्रेता ने कहा कि बकरे सस्ते मिल रहे हैं, फिर भी हालात ऐसे हैं कि खरीदार नहीं हैं. निसार अली ने कहा कि पूरा दिन हो गया कोई खरीदार नहीं है. लॉकडाउन की वजह से यह सब हुआ है. दूसरी ओर कुछ खरीदारों की शिकायत है कि बकरे हैं भी तो उनके दाम इतने ज्यादा हैं कि आम आदमी खरीदने से पहले कई बार सोचेगा. लॉकडाउन में देखें तो एक तरफ खरीदार तो दूसरी ओर दुकानदार भी परेशान दिख रहे हैं.
सुधीर शर्मा