इंडिया टुडे ग्रुप के e-एजेंडा कार्यक्रम में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कोरोना को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कामों पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मिलकर पीपीई किट, आईसीयू, आइसोलेसन वॉर्ड और अन्य सुविधाओं को तैयार करने का काम किया है. महाराष्ट्र सरकार द्वारा तैयार किए गए आईसीयू और आइसोलेसन वॉर्ड का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पाया है.
केईएम अस्पताल में मरीजों के साथ ही कोरोना से मरने वाले लोगों के शवों को रखे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा दृश्यों पर रोना आता है, फिर चाहे वो महाराष्ट्र के केईएम अस्पताल का दृश्य हो, रेलवे का दृश्य हो, पटरी पर मजदूरों का दृश्य हों. उन्होंने कहा कि अमेरिका और इटली में भी बुलडोजर से लाशों को दबा दिया गया.
पटेल ने कहा कि दृश्यों को अगर देखेंगे तो देश के कोने-कोने से ऐसे दृश्य देखने को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि हो सकता है हमारे यहां भी गलतियां हो सकती हैं, कमियां हो सकती हैं. क्या गुजरात, उत्तर प्रदेश या किसी और राज्य में पूरी तैयारी है. फिर क्यों हर जगह लोग मर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि अगर गलतियां हुई भी होंगी तो लेकिन ऐसी गलतियां निकलाने जाएंगे तो पूरे देश से कई दृश्य देखने को मिलेंगे. हमें गलतियां निकलाने के बजाय इस बात पर ध्यान देना होगा कि आगे बाहर कैसे निकला जाए. अगर इसे लेकर योजना नहीं बनाई तो लोगों की नौकरियां जाएंगी, भुखमरी होगी और इस वजह से भी लोगों की मौत का सिलसिला शुरू होगा.
पटेल ने कहा कि इन परिस्थितियों से अच्छे से निकलने के लिए हमें योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ना होगा. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर काम करना होगा.
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उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार की जगह फैसला तो नहीं ले सकते लेकिन मदद जरूर कर सकते हैं और जब भी जरूरत होगी हम उनके साथ खड़े रहेंगे. राजनीति के समय राजनीति की जाएगी लेकिन अभी राजनीति का समय नहीं है.
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