पहले नवरात्र पर करें इस मंत्र का जाप, मां दुर्गा होंगी प्रसन्न

मन में उल्लास, उमंग और उत्साह की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी शक्तियां नारी या स्त्री स्वरूप के पास ही हैं, इसलिए नवरात्र में देवी की उपासना की जाती है. नवरात्र के प्रथम दिन देवी के शैलपुत्री स्वरूप की उपासना की जाती है.

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नवरात्र के पहले दिन की पूजा से नाम यश और उत्तम स्वास्थ्य का विशेष वरदान मिलता है. नवरात्र के पहले दिन की पूजा से नाम यश और उत्तम स्वास्थ्य का विशेष वरदान मिलता है.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST

नवरात्र वर्ष में चार बार आते हैं- माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन. नवरात्र से वातावरण के तमस का अंत होता है और सात्विकता की शुरुआत होती है. मन में उल्लास, उमंग और उत्साह की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी शक्तियां नारी या स्त्री स्वरूप के पास ही हैं, इसलिए नवरात्र में देवी की उपासना की जाती है. नवरात्र के प्रथम दिन देवी के शैलपुत्री स्वरूप की उपासना की जाती है. मान्यता है कि नवरात्र के पहले दिन की पूजा से नाम यश और उत्तम स्वास्थ्य का विशेष वरदान मिलता है. इस दिन की पूजा से सूर्य ग्रह की समस्याएं भी दूर होती हैं.

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नाम यश और अच्छा स्वास्थ्य पाने के लिए क्या करें?

- रात्रि के समय लाल वस्त्र धारण करें.

- देवी को लाल फूल और लाल फल अर्पित करें.

- देवी को ताम्बे का सिक्का भी अर्पित करें.

- इसके बाद पहले देवी के मंत्र "ॐ दुं दुर्गाय नमः " का जाप करें.

- फिर सूर्य के मंत्र "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः" का कम से कम तीन माला जाप करें.

- ताम्बे का छल्ला, अनामिका अंगुली में धारण करें.

मां दुर्गा की बरसेगी विशेष कृपा

- नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा की पूजा लाल फूलों से करें.

- इससे मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होगी.

नवदुर्गा के नौ प्रसाद-

- पहले दिन देवी को गाय के शुद्ध घी का भोग लगाना चाहिए.

- इस भोग को ग्रहण करने से उत्तम स्वास्थ्य का वरदान मिलता है.

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- साथ ही व्यक्ति को अपार मान-सम्मान भी मिलता है.

मालामाल कर देंगे नवरात्र

- नवरात्रि में मां दुर्गा के समक्ष एक अखंड घी का दीपक जलाएं.

- इससे धन संबंधी कष्टों से निजात मिलेगी.

नवरात्र का महामंत्र-

- "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे"

- इस मंत्र का जप नवरात्रि के पहले दिन जरूर करें.

- मंत्र का जप रुद्राक्ष या लाल चंदन की माला से करें.

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