आज ही के दिन (11 अगस्त) 2008 के बीजिंग ओलंपिक में भारत ने दशकों बाद स्वर्ण पदक पर कब्जा किया था. भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने शूटिंग में स्वर्ण पदक हासिल कर भारत की सालों की हसरत को पूरा किया था. लेकिन गोल्ड मेडल जीतने के 9 साल बाद बिंद्रा ट्रोल किए गए. एक ट्विटर यूजर ने उनका मजाक उड़ाते हुए लिखा कि बिंद्रा का गोल्ड जीतना महज तुक्का था, उन्हें अगले ओलंपिक में एक और स्वर्ण जीतकर इसे गलत साबित करना चाहिए.
इसके बाद बिंद्रा ने उस व्यंग्य का जवाब दिया- हो सकता है वह तुक्का रहा हो, लेकिन कोई भी उनका स्वर्ण पदक नहीं छीन सकता है.
इसके बाद उस ट्विटर यूजर ने स्वीकार किया कि वह बिंद्रा की उपलब्धि पर गर्व करता है. साथ ही उसने गोल्ड मेडलिस्ट शूटर को धन्यवाद कहा.
अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग का स्वर्ण जीता था. मालूम हो कि व्याक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक में हासिल किया गया यह पहला स्वर्ण रहा. इससे पहले कोई भी भारतीय ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धाओं में स्वर्ण नहीं ला सका है.
विश्व मोहन मिश्र