18वें एशियाई खेलों के रंगारंग उद्घाटन समारोह में शनिवार को इंडोनेशिया की सांस्कृतिक विरासत, विश्व शांति के लिए संदेश और यातायात की चिर परिचित समस्या की बानगी पेश की गई.
दो सप्ताह तक चलने वाले इन खेलों में 45 देशों के 11000 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को स्टेडियम में मोटरसाइकिल लेकर आते दिखाया गया क्योंकि उनका काफिला जकार्ता के बदनाम ट्रैफिक जाम में फंस गया था.
स्टेडियम में बनी विशाल स्क्रीन पर यह फुटेज दिखाया गया. इसमें दिखाया गया कि विडोडो कैसे मोटरबाइक लेकर ट्राफिक में फंसे वाहनों को पीछे छोड़कर संकरी गलियों से होते हुए समय पर स्टेडियम पहुंचे.
हेलमेट पहने वह बाइकर स्टेडियम में पहुंचा जिसे विडोडो बताया गया था. बाद में विडोडो खुद स्टेडियम में पहुंचे और दर्शकों ने तालियों के साथ उनका स्वागत किया.
इस मौके पर कोरियाई दल ने एक साथ मार्च किया जिससे शीतकालीन ओलंपिक की यादें ताजा हो गई. उन्होंने विश्व शांति और राजनयिक संबंधों में गर्मजोशी का संकेत दिया.
दोनों कोरियाई देशों ने लाइटवेट नौकायन, ड्रैगन बोट रेसिंग और महिला पांच गुणा पांच बास्केटबॉल में एक टीम उतारी है. उनके ध्वज पर एकता का संदेश था और सफेद पृष्ठभूमि में कोरियाई प्रायद्वीप का नीला रंग है.
इसे पहले 2000 सिडनी ओलंपिक और बुसान में 2002 एशियाई खेल तथा 2006 दोहा एशियाई खेलों में देखा गया था. आयोजन समिति के अध्यक्ष एरिक तोहिर ने कहा, ‘हम यहां विविधता का जश्न मनाने आए हैं. हम यहां मानवता का जश्न मनाने आए हैं.’
भारतीय दल के ध्वजवाहक युवा भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा थे. भारतीय दल नीले सूट में हाथ में छोटे-छोटे झंडे लिए था. कुवैत के खिलाड़ियों को अपने देश के ध्वज तले मार्च करने की अनुमति 48 घंटे पहले ही मिली. सरकारी दखल के बाद आईओसी ने उनका निलंबन हटा दिया.
एशियाई ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष शेख अहमद अल सबाह ने भी दर्शकों को संबोधित किया. इसके बाद विडोडो ने खेल शुरू होने का ऐलान किया.
पालेमबांग में खिलाड़ियों ने फुटबॉल स्टेडियम में लगी विशाल स्क्रीन पर समारोह देखा. वहां निशानेबाजी और टेनिस समेत कुछ स्पर्धाएं होनी है.
समारोह का आगाज इंडोनेशिया के पारंपरिक नृत्य के साथ हुआ. इस पर 2200 से अधिक स्कूली बच्चों ने प्रस्तुति दी. इंडोनेशियाई गायक एंगुन सिप्टा सास्मी के अलावा रेइसा, तुलुस, एडो कोंडोलोजिट, पुत्री आयु, फातिन , जीएसी, कामासीन और विया वालेन ने भी दर्शकों को अपनी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया.
इंडोनेशियाई खिलाड़ी खेलों की मशाल को स्टेडियम के भीतर लेकर आए. रिले की शुरुआत 15 जुलाई को दिल्ली में मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से हुई और 53 देशों का दौरा करके यह जकार्ता पहुंची.
बार्सीलोना ओलंपिक 1992 में महिला एकल स्वर्ण जीतने वाली पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी सुसी सुसांति ने कुंड में अग्नि प्रज्जवलित की और आतिशबाजी के साथ खेलों का आगाज हुआ.
तरुण वर्मा