सीए भवानी देवी ने एशियाई तलवारबाजी चैम्पियनशिप (Asian Fencing Championships) में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. भवानी ने चीन के वुक्सी में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट के महिला सेबर स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया. भवानी इस चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं.
सोमवार (19 जून) को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भवानी देवी को उज्बेकिस्तान की जेनाब डेयिबेकोवा ने एक कड़े मैच में 15-14 से हरा दिया. सेमीफाइनल में हार के बावजूद भवानी भारत के लिए इतिहास रचने में सफल रहीं.
भवानी ने क्वार्टर फाइनल में गत विश्व चैम्पियन जापान और वर्ल्ड नंबर-1 जापान की मिसाकी एमुरा को 15-10 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल पक्का किया था.भारतीय तलवारबाजी संघ के महासचिव राजीव मेहता ने भवानी को उनकी एतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी है.
मेहता ने पीटीआई से कहा, 'यह भारतीय तलवारबाजी के लिए बेहद गौरवपूर्ण दिन है. भवानी ने वह किया है जिसे इससे पहले कोई और हासिल नहीं कर पाया. वह प्रतिष्ठित एशियाई चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय तलवारबाज हैं. पूरे तलवारबाजी जगत की ओर से मैं उन्हें बधाई देता हूं.'
भवानी देवी को राउंड ऑफ 64 में बाई मिली थी, जिसके बाद अगले दौर में उन्होंने कजाखस्तान की डोस्पे करीना को हराया. भवानी ने प्री क्वार्टर फाइनल में भी उलटफेर करते हुए तीसरी वरीय ओजाकी सेरी को 15-11 से हराया था. भवाानी देवी ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भी भाग लिया था. इसके साथ ही भवानी ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय बन गई थीं.
टोकियो ओलंपिक में भवानी ने सेबर इवेंट में ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को हराया था, यह ओलंपिक के इतिहास में भारत का पहला फेंसिंग मैच था. टोकियो ओलंपिक में भवानी को राउंड-32 में हार का सामना करना पड़ा था. 29 साल की भवानी देवी कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में दो गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हैं.
aajtak.in