वर्ष 2000 को विश्व क्रिकेट का सबसे काला अध्याय माना जाता है. इसी साल क्रिकेट में फिक्सिंग के पहले सबसे बड़े खुलासे से क्रिकेट की दुनिया में हड़कंप मच गया था. दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन कप्तान हैंसी क्रोनिए इस काले अध्याय के पहले विलेन थे.
आज ही (11 अप्रैल) क्रोनिए ने कबूल किया था कि फिक्सिंग में उनकी बड़ी भूमिका थी. शुरुआती अप्रैल में क्रोनिए के फिक्सिंग से जुड़े होने की रिपोर्ट भारत से उभरी थी. जो ज्यादातर फोन पर बातचीत से जुड़ी थी. लेकिन क्रोनिए फिक्सिंग के आरोपों को गलत बताते रहे.
क्रिकेट जगत में क्रोनिए का बड़ा सम्मान था, किसी ने सोचा न होगा वाकई यह अफ्रीकी धुरंधर ऐसा भी कर सकता है. द. अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड (UCBSA) के एमडी अली बेचर को भी क्रोनिए की ईमानदारी पर पूरा भरोसा था. लेकिन आरोप के चार दिन ही बाद क्रोनिए ने सुबह तीन बजे बेचर को फोन कर कबूल किया था, 'मैं पूरी तरह ईमानदार नहीं.'
आखिरकार क्रोनिए से कप्तानी छीन ली गई. बाद में सरकार द्वारा नियुक्त किंग कमीशन ने क्रोनिए को असली दागदार साबित किया. 2 साल बाद 2002 में क्रोनिए की मौत एक विमान हादसे में हो गई. क्रोनिए ने 68 टेस्ट और 188 वनडे खेले. 53 टेस्ट मैचों में द. अफ्रीका की कप्तानी की, जो ग्रीम स्मिथ (108) के बाद सर्वाधिक है.
विश्व मोहन मिश्र