मुख्तार अंसारी की मौत पर किए गए सवाल के जवाब में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि माफियाओं पर लगाम लगाना और उनका नामोनिशान मिटाना अलग-अलग चीजें हैं. इस तरह के अंत को उचित नहीं कहा जा सकता. अगर न्यायालय मुकदमा चला करके उनको दंडित करती और वह सजा भुगतते तो उचित रहता.