होली का त्योहार साल में ऐसे समय पर आता है, जब ठंड का मौसम जा रहा होता है और गर्मी का मौसम आने वाला होता है. प्रकृति में इस बदलाव के कारण लोग आलस्य और थकान महसूस करते हैं. फूलों के रस से तैयार रंग जब होली के मौके पर शरीर में डाला जाता है तो ये शरीर को ताजगी प्रदान करता है. जीव वैज्ञानिकों का मानना है कि अच्छे किस्म का रंग शरीर की त्वचा को उत्तेजित करता है और स्वास्थ्य को बेहतर करता है. शरीर में किसी रंग विशेष की कमी होने पर कई बीमारियां हो जाती हैं. होली के मौके पर रंग खेलने से शरीर में जिस रंग की कमी होती है, उसकी पूर्ति हो जाती है और रोग दूर होते हैं.