आखिर कैसे मिलती हैं बजरंगबली की 8 चमत्कारी सिद्धियां और 9 निधियां?

महाबली हनुमान से अष्ट सिद्धियों और नौ निधियों का वरदान प्राप्त करने के लिए अपार भक्ति और सतत साधना की आवश्यकता होती है. कहते हैं कि तपस्या जितनी गहरी होती है. फल की प्राप्ति उतनी ही सुनिश्चित होती जाती है. हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर कैसे मिलती हैं ये आठ चमत्कारी सिद्धियां और नौ निधियां...

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बजरंगबली बजरंगबली

प्रज्ञा बाजपेयी

  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST

महाबली हनुमान से अष्ट सिद्धियों और नौ निधियों का वरदान प्राप्त करने के लिए अपार भक्ति और सतत साधना की आवश्यकता होती है. कहते हैं कि तपस्या जितनी गहरी होती है. फल की प्राप्ति उतनी ही सुनिश्चित होती जाती है. हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर कैसे मिलती हैं ये आठ चमत्कारी सिद्धियां और नौ निधियां...

सिद्धियों और निधियों की प्राप्ति केवल उन्हीं भक्तराज हनुमान की शरण में जाने से संभव है. जानकारों की मानें तो जीवन में सिद्धियों और निधियों का योग बनाने में ग्रहों का भी विशेष महत्व है इसलिए आज हम आपको कुंडली की उन ग्रह-स्थितियों के बारे में भी बताएंगे जो सिद्धियों और निधियों की प्राप्ति में आपकी मददगार हो सकती हैं.

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कौन से ग्रह से जुड़ी हैं सिद्धियां और निधियां ?

- मंगल को मन्त्र शक्ति और ऊर्जा का स्वामी माना जाता है

- मंगल से ही तपस्या की शक्ति मिलती है

- मंगल मजबूत हो तो व्यक्ति को निधियां सरलता से मिल जाती हैं

- लेकिन सिद्धियां तभी मिल पाती हैं जब मंगल के साथ बृहस्पति भी मजबूत हो

अगर आपकी कुंडली में भी ऐसे योग बन रहे हैं तो ही आपको सिद्धियां और निधियां सरलता से मिल सकेंगी. इसके विपरीत किसी भी स्थिति में सिद्धियों और निधियों की प्राप्ति के लिए कड़ी तपस्या और भक्ति की अपार शक्ति का प्रयोग करना पड़ता है.

ऐसे भक्तवत्सल महाबली हनुमान की आठ सिद्धियों और नौ निधियों का अंश मात्र मिल जाए तो संपूर्ण जीवन संवर जाता है इसीलिए तो भक्त अपने भगवान से इन सिद्धियों और निधियों की कामना करते हैं लेकिन इन चमत्कारी सिद्धियों और निधियों को प्राप्त करने से पहले कुछ बातों के बारे में जानना बेहद जरूरी है.

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सिद्धियों और निधियों से जुड़ी जरूरी बातें

- सिद्धियों की प्राप्ति के लिए साधना नहीं करनी चाहिए

- सिद्धियों की प्राप्ति अपने आप हो जाय तो ईश्वर की कृपा है

- सिद्धियों की प्राप्ति के बाद व्यक्ति उसका दुरूपयोग करके पाप का भागी बनता है

- निधियों की प्राप्ति के लिए प्रार्थना की जा सकती है लेकिन ये प्रार्थना सात्विक होनी चाहिए

- निधियों को प्राप्त करने के लिए किसी भी गलत रास्ते पर नहीं जाना चाहिए

- अगर ईश्वर की कृपा से अपार धन यानि निधियों की प्राप्ति हो भी जाए तो उसका अच्छे मद में इस्तेमाल करना चाहिए

तो आप भी सच्चे मन से बजरंगबली की पूजा-उपासना और ध्यान कीजिए. अगर महाबली प्रसन्न हुए तो वरदान भी देंगे और वो वरदान आपको सिद्धियों और निधियों के रूप में भी मिल सकता है लेकिन इसके लिए आपको स्वयं को इस योग्य बनाना होगा.

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