जानें, क्या होता है वन्दनवार और इसका महत्व क्या है?

वन्दनवार कुछ विशेष पत्तों, या चीज़ों से बनी हुयी झालर होती है. इसको आम तौर पर घर के मुख्य द्वार पर लटकाया जाता है. यह अत्यंत शुभ होता है , अतः पर्व , त्यौहार या मांगलिक कार्यों में इसको लगाना जरूरी होता है. इसको मुख्य द्वार पर लगाने से यह माना जाता है कि , घर में कोई नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती. साथ ही घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है.

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वंदनवार का महत्व वंदनवार का महत्व

प्रज्ञा बाजपेयी

  • नई दिल्ली,
  • 27 जून 2018,
  • अपडेटेड 3:06 PM IST

वन्दनवार कुछ विशेष पत्तों, या चीज़ों से बनी हुयी झालर होती है. इसको आम तौर पर घर के मुख्य द्वार पर लटकाया जाता है. यह अत्यंत शुभ होता है , अतः पर्व , त्यौहार या मांगलिक कार्यों में इसको लगाना जरूरी होता है. इसको मुख्य द्वार पर लगाने से यह माना जाता है कि , घर में कोई नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती. साथ ही घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है.

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कैसे बनता है वंदनवार?

- वन्दनवार आम के या अशोक के पत्तों से बनाया जाता है

- पत्तों को पीले सूत या सूत की रस्सी में, एक सीध में बाँध देते हैं

- कुछ लोग कौड़ियों या नारियल के रेशों का वन्दनवार भी बनाते हैं

- इसको घर के मुख्य द्वार पर इस तरह लटकाते हैं कि आते जाते यह सर को स्पर्श करे

- अगर इसको मंगल कार्य के होने पर बांधते हैं तो अगले मंगल कार्य तक इसको नहीं हटाते

- अगर नियमित रूप से बांधे रखते हैं तो इसको हर माह बदल देना चाहिए

अलग अलग तरह के वन्दनवार के लाभ क्या हैं?

- आम के पत्तों के वन्दनवार से घर में खुशहाली बनी रहती है

- अशोक के पत्तों के वन्दनवार से घर में आर्थिक सम्पन्नता आती है

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- कौड़ी या सीप के वन्दनवार से तांत्रिक क्रियाएँ और नकारात्मक ऊर्जा असर नहीं करती

- नारियल के रेशों के वन्दनवार से घर के कर्जे और बीमारियां दूर होती हैं

साभार................

शैलेन्द्र पाण्डेय - ज्योतिषी

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