15 मार्च गुरुवार को वारुणी योग बन रहा है. मासिक शिव रात्रि को यह योग बना है. यह एक ऐसा योग बना है -एक ऐसा शुभ मुहूर्त बना है जिसमे जो करोगे, मुश्किल काम भी बन जाएंगे. इसे वारुणी योग कहा गया है, कई साल बाद एक ऐसा संयोग बना है.
क्या है वारुणी पर्व का शुभ संयोग
गुरुवार शाम 5. 12 बजे से त्रयोदशी तिथि और शतभिषा नक्षत्र है
जो गुरुवार को शाम 5. 20 तक रहेगा
साथ ही शिव जी की त्रयोदशी तिथि है
साथ ही शाम 5. 20 बजे तक राहु का शतभिषा नक्षत्र है
इसी समय तक वणिज योग है
इस दौरान 8 मिनट तक वारुणी महा पर्व मनाया जायेगा
महा वारुणी पर्व में पवित्र स्नान होता है
यह पूरे भारत का पर्व है
गंगा, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, सिंधु और कावेरी नदी में पवित्र स्नान किया जाता है
हरिद्वार, इलाहाबाद, वाराणसी, इंदौर, ऋषिकेश, रामेश्वरम, नासिक
में पवित्र स्नान के बाद शिव पूजा होती है
इस पर्व को मनाने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है
वारुणी योग में कोई भी पढाई शुरू करने से महा लाभ होगा
वारुणी का अदभूत मुहूर्त है
कोई नई पढ़ाई ,कोर्स, ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं.
पवित्र नदी का जल डालकर स्नान करें
और शिव पूजा करके पढाई शुरू करें
कोई भी नया काम धंधा व्यापार दुकान या
फैक्ट्री शुरू करने से महा लाभ होगा
वारुणी महा योग है --कोई नया प्रोजेक्ट शुरू करना बहुत शुभ होगा
बहुत बड़ी सफलता मिलेगी
कोई नया व्यापार शुरू करोगे
लाखों -करोड़ों का मुनाफ़ा होगा
कोई नया मकान। दूकान जमीन खरीदना शुभ रहेगा
कोई स्कूल कॉलेज ,इन्सिटीट्यूट ट्यूशन सेंटर खोलने से भी लाभ होगा
गंगा जल डालकर स्नान करने के बाद शिव पूजा करके काम शुरू करें
वारुणी योग में शादी की बात बन सकती है
अगर आप कुंवारे हैं. शादी होने में देर हो रही है
वारुणी योग का अचूक उपाय करें
जल्दी शादी हो जाएगी
उपाय
शिव लिंग पर गंगा जल चढ़ाएं
शिव लिंग पर बेलपत्र की माला चढ़ाएं
शिव मन्दिर में नारियल फोड़कर जल शिव लिंग पर चढ़ा दें
एक जोड़ा केला चढ़ाएं
प्रज्ञा बाजपेयी