21 जुलाई शनिवार को भड़ल्या नवमी मनाई जाएगी. साल में एक बार भड़ल्यां नवमी आती है. आषाढ़ मास गुप्त नवरात्र का आखिरी दिन होता है. यह बहुत बड़ा अबूझ महामुहूर्त होता है. इसमें कोई भी शुभ काम कर सकते हैं. पूरे दिन शादी, नामकरण, मुंडन, गृह प्रवेश, बच्चों की शिक्षा शुरू करवाने का बहुत अच्छा सिद्ध मुहूर्त माना जाता है. किसी पंडित जी से पूछने की जरुरत नहीं पड़ती. शनिवार को भड़ल्यां नवमी है और गुरु का विशाखा नक्षत्र है. रवि योग और सिद्धि योग है. धन, संपत्ति, पढ़ाई, नौकरी, व्यापार और शादी के लिए उपाय कर सकते हैं.
यह आखिरी शुभ मुहूर्त है. फिर 23 जुलाई को देवशयनी एकादशी है. विष्णु देव चार महीने के लिए पाताल लोक चले जाएंगे. चार महीने तक शुभ काम बंद हो जाएंगे.
माँ दुर्गा और विष्णु भगवान --लक्ष्मी जी करेंगी हर मनोकामना पूरी. इनकी ख़ास पूजा करें, पूजा विधि हम बताएँगे
शादी और बच्चों के आदि शुभ काम संपन्न हो
मनोकामना पूरी हो, उपाय
दुर्गा जी और लक्ष्मी - विष्णु की ख़ास पूजा करे
इनको लाल गुलाब या कमल के फूल चढ़ाएं , दूध में
पीले वस्त्र पहन कर धुप दीपक जलाये
मिश्री और काले तिल मिलकर चढ़ाएं
तिल , गुड़ के लड्डू और केले का भोग चढ़ाएं
दूध , केला और चावल का दान करे
नयी अच्छी नौकरी, व्यापार में उन्नति पाने का उपाय
शनिवार को भड़ल्यां नवमी में लोहा , धातु की मशीन
तकनीकी काम , लकड़ी , चमड़ा , सीमेंट , पेट्रोलियम
, विदेश गमन , ज़मीन , जायदाद का व्यापार , प्राइवेट
या सरकारी नौकरी आदि ख़ास उपाय करे
उपाय- माँ दुर्गा को नौ लाल गुलाब
नौ लाल लाल धागो का बंडल , एक लाल
गमछा में नारियल लपेटकर चढ़ाएं
दाई कलाई पर नौ बार लपेटकर
लाल धागा बांधे और माता के लाल सिन्दूर
का तिलक लगाये.
भड़ल्यां नवमी शनिवार को पड़ी है
शनिदेव मकान और प्रॉपर्टी देते हैं
उपाय
शनिवार को शनिदेव के मंदिर में सरसों तेल
के नौ दीपक जलाएं
900 ग्राम काले चने चढ़ाएं और ज़रूरतमंदों को
पैसे और तिल - गुड़ के लड्डू या रामदाने के लड्डू
बांटे.
गले में काले धागे में लोहे का एक छल्ला पहनें.
प्रज्ञा बाजपेयी