श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आने वाली है. पूरे देश में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अत्यंत कठिनाई में मातुल कंस की जेल में हुआ. पिता वसुदेव ने उफनती यमुना को पार कर रात्रि में ही उन्हें वृंदावन में यशोदा-नन्द के घर छोड़ा.
यशोदानंदन को खोजने और मारने कंस ने कई राक्षस-राक्षनियों को वृंदावन भेजा. नन्हे बालगोपाल ने स्वयं को इनसे बचाया. इंद्र के प्रकोप और घनघोर बारिश से वृंदावनवासियों को बचाने गोवर्धन पर्वत उठाया. मनमोहन ने गोपिकाओं से माखन लूटा. गाएं चराईं. मित्र मंडली के साथ खेल खेल में कालियादह का मानमर्दन किया. बृजधामलली राधा और अन्य गोपियों के साथ रास किया. कंस वध किया.
बालमित्र सुदामा से द्वारकाधीश होकर भी दोस्ती को अविस्मृत रखा. द्रोपदी का चीरहरण निष्प्रभावी किया. धर्मपालक पांडवों की हर परिस्थिति में रक्षा की. अर्जुन को कुरुक्षेत्र में गीता का उपदेश दिया. द्वारकापुरी की स्थापना की.
चलिए भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी वो बातें जानिए, जो हैरान करने वाली हैं और संभवत: जिनके बारे में आप नहीं जानते.
1. भगवान कृष्ण के कुल 108 नाम हैं, जिनमें गोविंद, गोपाल, घनश्याम, गिरधारी, मोहन, बांके बिहारी, बनवारी, चक्रधर, देवकीनंदन, हरि, और कन्हैया प्रमुख हैं.
2. अपने गुरु संदिपनी को गुरु दक्षिणा देने के लिए भगवान ने उनके मृत बेटे को जीवित कर दिया था.
3. श्रीकृष्ण की कुल 16108 पत्नियां थीं, जिनमें से 8 पटरानी हैं.
4. कृष्ण, देवकी की आठवीं संतान थे. सातवीं संतान बलराम थे. भगवान ने बाकी छह को भी देवकी से मिलवाया था.
5. श्रीकृष्ण से भगवत गीता सबसे पहले अर्जुन ने नहीं, बल्कि हनुमान और संजय ने सुनी थी. हनुमान कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान अर्जुन के रथ में सबसे ऊपर सवार थे.
6. ऐसा कहा जाता है कि श्रीकृष्ण के मानव अवतार का अंत एक शिकारी के तीर से हुआ था.
प्रज्ञा बाजपेयी