भगवान गणेश की पूजा से मिलेगी समृद्धि

भगवान गणपति की महा कृपा से धन की कमी नहीं होती है. भगवान गणेश बुद्धि के देवता भी है. धन को सहेजने के लिए भी बुद्धि की जरूरत होती है. आइए जानते हैं उपाय.

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ऐसे करें भगवान गणेश की पूजा ऐसे करें भगवान गणेश की पूजा

प्रज्ञा बाजपेयी

  • नई दिल्ली,
  • 29 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 6:46 PM IST

भगवान गणेश बुद्धि और चातुर्य के देव हैं. इनकी उपासना से अत्यंत तीव्र बुद्धि और विद्या की प्राप्ति होती है. धन कमाने में भी बुद्दि और विवेक की आवश्यकता होती है जो गणेश जी की कृपा से सरलता से मिल जाती है. इसके अलावा अगर धन सम्बन्धी कोई भी बाधा आ रही हो तो वो भी इनकी कृपा से समाप्त हो जाती है. भगवान् गणेश की उपासना के विशेष प्रयोग करने वाले को कभी भी धन का अभाव नहीं हो सकता है. आइए जानते हैं किस प्रकार भगवान गणेश की उपासना से धन मिलेगा.

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- लाल गुलाब के 27 फूल बुधवार की सुबह भगवान गणेश को गं मन्त्र का उच्चारण करते हुए अर्पण करें.

2. अगर धन आता ही न हो तो कैसे पाएं गणेश जी की कृपा

- गणेश जी की हरे रंग की मूर्ति उत्तर दिशा की तरफ स्थापना करें

- नित्य प्रातः 11 हरी पत्ती दूब गणेश जी को अर्पित करें

- इसके बाद ॐ नमो भगवते गजाननाय का 108 बार जाप लाल आसन पर बैठकर करें

-यह उपाय लगातार 11 दिन तक करें

-हर रोज सुबह और शाम भगवान गणपति को पीले रंग का एक मोदक भी अर्पण करें  और यह मोदक बच्चों में बांट दें

3. धन आता तो है पर खर्च हो जाता हो तो क्या करें

- गणेश जी की पीले रंग की मूर्ति पूर्व दिशा की तरफ स्थापित करें

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-रोली मौली चावल धूप दीप से पूजन करें और हरी दूर्वा अर्पण करें

- नित्य प्रातः पीले मोदक (लड्डू) चढाएँ

- ॐ हेरम्बाय नमः मन्त्र का लाल चंदन की माला से 108 बार जाप करें

यह उपाय 27  दिनों तक  लगातार करें

4. अगर आपका सारा धन बीमारी पर लग रहा हो.

- लाल रंग के भगवान गणेश की स्थापना करें.

- नित्य प्रातः गणेश जी को 11 लाल पुष्प अर्पित करें

- इसके बाद  वक्रतुण्डाय हुं मन्त्र का रुद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें

- यह उपाय लगातार 27 दिनों तक करें

- ऐसा करने से आपका पैसा बीमारियों पर खर्च होने से रुक जाएगा

5. आप अपने व्यवसाय या नौकरी में धन की बढ़ोत्तरी चाहते है तो करें उपाय...

- गणेश जी के साथ लक्ष्मी जी की स्थापना करें

- गणेश जी और लक्ष्मी जी को गुलाब का इत्र अर्पित करें

- इसके बाद ॐ गं गणपतये नमः मन्त्र 108 बार जपें

- यह उपाय हर शुक्रवार को करें और लगातार करते रहें.

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