क्या इंसान का भाग्यशाली होना ईश्वर का उपकार है या फिर ये हमारे कर्मों से तय होता है? कुछ लोग इसे ब्रह्मांड से मिले किसी बेशकीमती तोहफे की तरह देखते हैं. यदि किसी के पास बहुत छोटी उम्र से ही गणित, बास्केटबॉल या किसी अन्य खेल का अतिरिक्त टैलेंट होता है तो इसे लक से जोड़कर देखा जाता है. पोकर में आपके पास तीन इक्के होना भी एक लक है. अगर आपको किसी अच्छे क्लाइंट की जरूरत है और संयोगवश वो आपको किसी नेटवर्किंग इवेंट में टकरा जाए, तो इसे भी लक कहा जाएगा.
लेकिन भाग्य को लेकर ये बातें जितनी स्पष्ट लगती हैं, विज्ञान इन्हें स्वीकार नहीं करता है. एक अच्छा अवसर निश्चित रूप से जीवन में अहम रोल अदा करता है. खुद को भाग्यशाली या दुर्भाग्यशाली समझने वाले लोगों में बहुत से अंतर होते हैं. एक रिसर्च बताती है कि अपने नजरिए और व्यवहार में बदलाव कर आप खुद को लकी बना सकते हैं.
अब आप ये जरूर सोच रहे होंगे कि आखिर इंसान खुद को लकी कैसे बना सकता है. इस विषय पर 1978 में 'Chase, Chance, & Creativity: The Lucky Art of Novelty' नाम की किताब पब्लिश हुई थी, जिसके लेखक न्यूरोलॉजिस्ट जेम्स ऑस्टिन थे. इस किताब में लेखक ने बताया था कि लकी बनने के लिए चार तरह के लक को समझना जरूरी है.
1. ब्लाइंड लक
इस किताब को लेकर लेखक और उद्यमी साहिल ब्लूम ने भी ट्विटर पर एक चर्चा शुरू की थी. आपने कई बार लोगों को बातों-बातों में 'ब्लाइंड लक' शब्द का इस्तेमाल करते सुना होगा. ये शब्द सुनने में पूर्णत: संयोग से मिली सफलता जैसा लगता है. इस तरह का लक तब काम करता है, जब या तो पोकर में आपके हाथ में असाधारण पत्ते हों या फिर आपके हाथ कोई बड़ी लॉटरी लग जाए.
2. लक फॉर मोशन
साहिल ब्लूम का कहना है कि 'ब्लाइंड लक' चार तरह के लक में से एक होता है. 'लक फॉर मोशन' की बात करें तो इस पर काफी हद तक हमारा कंट्रोल रहता है. इस तरह का लक हमारी ऊर्जा से पैदा हुई गति और टकराव से बनता है. उनका कहना है कि एक साधारण हलचल के साथ इस लक सरफेस को बढ़ाया जा सकता है.
यह जरूर एक ब्लाइंड लक हो सकता है कि आप और आपका ड्रीम क्लाइंट एक ही इवेंट, एक ही तारीख को अटेंड करने का फैसला करें. लेकिन इसमें एक दूसरी तरह का लक भी हो सकता है. दरअसल, आप जितने ज्यादा इवेंट्स अटेंड करेंगे, आपके खास लोगों से कनेक्ट होने की संभावनाएं भी उतनी ही प्रबल होंगी.
'लक फॉर मोशन' को फिजिकल मूवमेंट, लोगों से मेलजोल और ज्यादा जगहों पर जाकर बढ़ाया जा सकता है. लेकिन आप वहां उपस्थित हुए बगैर भी ऐसा कर सकते हैं. लक बढ़ाने के लिए अपने काम के बारे में लोगों को लिखकर बताना सबसे अच्छा विकल्प है. हो सकता है कि आप अपने ऑफिस में बैठे हों और एक अच्छा आइडिया आपको किसी ऐसे व्यक्ति तक पहुंचा दे, जो आपके करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाए.
3. लक ऑफ अवेयरनेस
एक क्लासिक स्टडी ने पहली बार बताया था कि भाग्य का न केवल संयोग, बल्कि व्यवहार से भी गहरा ताल्लुक होता है. इस स्टडी के शोधकर्ताओं ने वॉलंटियर्स को एक अखबार दिया और उनसे उसमें छपी सभी तस्वीरें गिनने के लिए कहा. जो लोग खुद को खुशकिस्मत समझते थे, उन्होंने सेकंडों के अंदर तस्वीरें गिन लीं. लेकिन खुद को बदकिस्मत समझने वाले लोग लंबे समय तक उसमें उलझे रहे.
क्या आप जानते हैं कि इन लोगों में क्या अंतर था? दरअसल शोधकर्ताओं ने अखबार के दूसरे पेज पर एक बॉक्स इंसर्ट किया था, जिसमें लिखा था, 'इस पेपर में 43 तस्वीरें हैं. अब आप इसे पढ़ना बंद कर सकते हैं.' जो लोग खुद को भाग्यशाली मानते थे, उनकी इस बॉक्स पर नजर पड़ने और पेज पलटने से बचने की संभावनाएं बहुत अधिक थीं. इसे ही 'लक ऑफ अवेयरनेस' कहा जाता है.
साहिल ब्लूम कहते हैं कि यदि आप जागरूक हैं तो लक को मीलों दूर से देख सकते हैं. खुलापन, जिज्ञासा, आशावाद और अनुभव का संयोजन आपको यह लक पहचानने में मदद करता है. इसलिए इन गुणों को विकसित करने से आप भाग्यशाली बनते हैं.
4. लक फ्रॉम यूनिकनेस
ऑस्टिन ने अपनी किताब में लिखा है कि जीवन में हर इंसान के अनुभव एक समान नहीं रहते हैं. यदि ऐसा हुआ तो आप एक जैसे ही कनेक्शन बनाएंगे. कभी कुछ नया, रचनात्मक नहीं हो पाएगा. वह कहते हैं, 'आप पेरिस जाकर कुछ साल कविताएं लिखने के बारे में सोच सकते हैं. या फिर आपकी तीसरी दुनिया के किसी देश जाने की इच्छा हो सकती है. और मैं आपको ऐसा करने की सलाह दूंगा.'
दरअसल, ये सब चीजें आपको स्किल्स, इंटरेस्ट और एक्सपीरिएंस का एक असामान्य संयोजन प्रदान करती हैं, जो आपको अलग दिखने और अवसरों को भुनाने के काबिल बनाता है. यूनिकनेस यानी नयापन आपको भाग्यशाली बनाता है.
कैसे बनें भाग्यशाली?
भाग्य को लेकर ऑस्टिन के विचार हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में दिलचस्प जटिलताओं को जोड़ते हैं, जिनका इस्तेमाल हम बिना कुछ सोचे-समझे करते हैं. भाग्य के चार अलग-अलग रूप किसी एकेडमिक एक्सरसाइज या पार्टी में चर्चा का विषय नहीं हैं. अगर आप भाग्य के कॉन्सेप्ट को बेहतर समझते हैं तो निश्चित ही आप खुद को एक लकी इंसान बना सकते हैं.
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