Mangalwar Vrat Katha: मंगलवार व्रत के दिन पढ़ें ये खास व्रत कथा, बजरंगबली करेंगे सभी इच्छा पूरी

Mangalwar Vrat Katha: मंगलवार के दिन व्रत-उपासना कितनी मंगलकारी और फलदायी होती है. मंगलवार का व्रत मंगल ग्रह की समस्याओं को दूर करने के लिए रखा जाता है. इस व्रत से हनुमान जी की कृपा भी प्राप्त होती है.

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मंगलवार व्रत कथा मंगलवार व्रत कथा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:01 PM IST

Mangalwar Vrat Katha: मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित है. इस दिन सुख-सम्पत्ति, यश और संतान प्राप्ति के लिए मंगलवार का व्रत रखना शुभ माना जाता है. हनुमान जी से जुड़ी मंगलवार व्रत कथा का पाठ करके इस उपवास को पूरी श्रद्धा के साथ पूर्ण करें.

मंगलवार व्रत कथा

प्राचीन समय की बात है किसी नगर में एक ब्राह्मण दंपत्ति रहते थे. उनके कोई संतान न होने के कारण वह बेहद दुखी थे. हर मंगलवार ब्राह्मण वन में हनुमान जी की पूजा करने के लिए जाता था. वह पूजा करके बजरंगबली से एक पुत्र की कामना करता था. उसकी पत्नी भी पुत्र की प्राप्ति के लिए मंगलवार का व्रत करती थी. वह मंगलवार के दिन व्रत के अंत में हनुमान जी को भोग लगाकर ही भोजन करती थी.

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एक बार व्रत के दिन ब्राह्मणी ने भोजन नहीं बना पाया और न ही हनुमान जी को भोग लगा सकी. तब उसने प्रण किया कि वह अगले मंगलवार को हनुमान जी को भोग लगाकर ही भोजन करेगी. वह भूखी प्यासी छह दिन तक पड़ी रही. मंगलवार के दिन वह बेहोश हो गई. हनुमान जी उसकी श्रद्धा और भक्ति देखकर प्रसन्न हुए. उन्होंने आशीर्वाद स्वरूप ब्राह्मणी को एक पुत्र दिया और कहा कि यह तुम्हारी बहुत सेवा करेगा.

बालक को पाकर ब्राह्मणी बहुत खुश हुई. उसने बालक का नाम मंगल रखा. कुछ समय उपरांत जब ब्राह्मण घर आया, तो बालक को देख पूछा कि वह कौन है? पत्नी बोली कि मंगलवार व्रत से प्रसन्न होकर हनुमान जी ने उसे यह बालक दिया है. यह सुनकर ब्राह्मण को अपनी पत्नी की बात पर विश्वास नहीं हुआ. एक दिन मौका पाकर ब्राह्मण ने बालक को कुएं में गिरा दिया. घर पर लौटने पर ब्राह्मणी ने पूछा कि मंगल कहां है? 

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तभी पीछे से मंगल मुस्कुरा कर आ गया. उसे वापस देखकर ब्राह्मण चौंक गया. उसी रात को बजरंगबली ने ब्राह्मण को सपने में दर्शन दिए और बताया कि यह पुत्र उन्होंने ही उसे दिया है. सच जानकर ब्राह्मण बहुत खुश हुआ. जिसके बाद से ब्राह्मण दंपत्ति नियमित रूप से मंगलवार व्रत रखने लगे. मंगलवार का व्रत रखने वाले मनुष्य पर हनुमान जी की अपार कृपा होती है.

मंगलवार पूजन विधि

मंगलवार को प्रातःकाल स्नान करके लाल वस्त्र धारण करें. हनुमान जी की उपासना करें और व्रत का संकल्प लें. फिर मंगल के मंत्र का जाप करें. इसके बाद संध्याकाळ में हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें. हनुमान जी की आरती उतारें. खान-पान में केवल मीठी चीजों का सेवन करें और नमक से परहेज करें.

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