Vastu Tips: भारतीय घरों में नहाना सिर्फ शरीर को साफ करने से संबंधित नहीं होता है, बल्कि इसे मन की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का एक तरीका माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, सही तरीके से किया गया स्नान तन और मन दोनों को साफ रखता है. कई जगहों पर तो नहाने के पानी में नमक और जड़ी-बूटियां जैसी चीजें मिलाई जाती हैं. ऐसा माना जाता है कि इससे शरीर का आलस्य दूर होता है और मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. चलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार जानते हैं कि उन 5 चीजों के बारे में जो नहाने के पानी में मिलानी चाहिए, जिससे पैसा, अच्छी किस्मत और तरक्की भी प्राप्त होने लगती है.
काला नमक
वास्तु शास्त्र के अनुसार, काला नमक नकारात्मक ऊर्जा को खींच लेता है. जब इसे नहाने के पानी में मिलाया जाता है, तो मन का भारीपन और थकान कम होने लगता है. इससे दिन की शुरुआत हल्की और पॉजिटिव महसूस होती है.
गंगाजल
हिंदू धर्म में गंगाजल को बहुत ही पवित्र माना जाता है. नहाने के पानी में इसकी कुछ बूंदें डालने से स्नान शुद्ध हो जाता है. मान्यता है कि इससे मन शांत रहता है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं.
तुलसी जी के पत्ते
हिंदू धर्म में तुलसी जी को पूजनीय, श्रीहरि का प्रिय और मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है. तुलसी के पत्तों को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत भी माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, नहाने के पानी में तुलसी के पत्ते डालने मानसिक तनाव से राहत मिलती है और मन स्थिर रहता है. यह एक उपाय घर के माहौल को भी अच्छा रखने में मदद करता है.
नीम के पत्ते
वास्तु शास्त्र में नीम को भी बहुत ही शुद्ध माना जाता है. जितना नीम औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है उतना ही इसके आध्यात्मिक गुणों को भी महत्वपूर्ण माना जाता है. कहते हैं कि इसके पत्ते नहाने के पानी में मिलाने से नकारात्मकता दूर होती है और शरीर में पूरे दिन ताजगी बनी रहती है.
केसर
वास्तु शास्त्र में केसर भी बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. दरअसल, वास्तु में केसर को सुख-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है. नहाने के पानी में थोड़ा सा केसर मिलाने से मन प्रसन्न रहता है. इससे आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है.
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