Plant Vastu Direction: वास्तु शास्त्र में घर में लगाए जाने वाले पौधों की दिशा का विशेष महत्व माना गया है. पौधे सिर्फ घर की सुंदरता नहीं बढ़ाते, बल्कि घर की ऊर्जा, सौभाग्य और आर्थिक स्थिति पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं. सही दिशा में लगाए गए पौधे सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, वहीं गलत दिशा में पौधे लगाने से ऊर्जा में असंतुलन, तनाव और अनचाहे खर्चों जैसी परेशानियां आ सकती हैं. खासतौर से दक्षिण दिशा को वास्तु में बहुत संवेदनशील माना जाता है. यह दिशा यम और पितरों की दिशा मानी जाती है. इसलिए यहां पौधे लगाने के कुछ नियम बताए गए हैं. कई शुभ पौधे भी दक्षिण दिशा में लगाए जाने पर अपनी सकारात्मक खो देते हैं. जानते हैं वो कौन से पौधे हैं, जिन्हें दक्षिण दिशा में कभी नहीं लगाना चाहिए.
तुलसी
तुलसी को अत्यंत शुभ और पवित्र माना गया है. इसे देवी लक्ष्मी का स्वरूप कहा गया है. लेकिन वास्तु के अनुसार तुलसी को दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए. पितरों और यम की दिशा होने की वजह से दक्षिण दिशा सक्रिय और कठोर ऊर्जा वाली होती है. ऐसी जगह पर तुलसी लगाने से उसका सकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है. घर में मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याएं और आर्थिक रुकावटें बढ़ सकती हैं.
मनी प्लांट
मनी प्लांट धन आकर्षित करने वाला पौधा माना जाता है. लेकिन दक्षिण दिशा में लगाने पर इसका उल्टा प्रभाव हो सकता है. पैसा घर में रुकने के बजाय बाहर जाने लगता है. गैरजरूरी खर्च बढ़ जाते हैं. संबंधों में तनाव भी बढ़ सकता है क्योंकि दक्षिण दिशा अग्नि तत्व का स्थान है.
शमी का पौधा
शमी का पौधा धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद शुभ माना गया है. यह पौधा शनिदेव और भगवान शिव दोनों से जुड़ा माना जाता है. इस पौधे को दक्षिण दिशा में कभी नहीं लगाना चाहिए. शमी के पौधे के लिए ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) या पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है.
केले का पौधा
केला भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है. गुरुवार को इसकी पूजा करने का विशेष महत्व है. हालांकि इसे घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए. इसे घर के बाहर उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना शुभ होता है. दक्षिण दिशा में केला लगाने से इसके आध्यात्मिक और सकारात्मक प्रभाव कमजोर पड़ जाते हैं . इससे घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है.
aajtak.in