350 साल पुराने इस मंदिर के शिवलिंग पर पड़ रहीं दरारें, वजह कर देगी हैरान

Shivling Of Babul Nath Temple: मुंबई के 350 साल पुराने बाबुल नाथ मंदिर के शिवलिंग पर दरारें पड़ने लगी हैं. आईआईटी बॉम्बे ने एक प्राथमिक रिपोर्ट में मिलावटी दूध और पदार्थो को शिवलिंग पर दरारों की असल वजह बताया है.

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350 साल पुराने इस मंदिर के शिवलिंग पर पड़ रही दरारें, जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा 350 साल पुराने इस मंदिर के शिवलिंग पर पड़ रही दरारें, जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

पारस दामा

  • नई दिल्ली,
  • 01 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:44 PM IST

Shivling Of Babul Nath Temple: मुंबई का बाबुल नाथ मंदिर स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए आस्था का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है. इस मंदिर के प्रति लोगों की बड़ी श्रद्धा है. यहां देशभर से भक्त माथा टेकने आते हैं और भोले बाबा का आशीर्वाद लेते हैं. यहां सदियों पहले शिवलिंग की स्थापना की गई थी. मगर कुछ दिनों से इस मंदिर के शिवलिंग पर दरारें देखी जा रही हैं. इसके मद्देनजर शिवलिंग को हुए नुकसान से बचाने के लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से आईआईटी-बॉम्बे के विशेषज्ञों की मदद मांगी जा रही है.

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रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ समय से यहां लगातार शिवलिंग पर दरारें देखी जा रही हैं. यह शिवलिंग तकरीबन 350 साल पुराना है. शिवलिंग पर पड़ रहीं दरारों को ध्यान में रखते हुए मंदिर के अधिकारियों ने दूध, राख, गुलाल और तरह-तरह के प्रसाद चढ़ाने पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है. शिवलिंग पर अभिषेक के लिए केवल पानी की अनुमति दी गई है. शिवलिंग पर दरारें कैसे पड़ रही हैं, यह जानने के लिए मंदिर प्रशासन ने आईआईटी-बॉम्बे से संपर्क किया.

इसके बाद IIT, बॉम्बे के विशेषज्ञों ने इस जगह का निरीक्षण किया और एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है. यह रिपोर्ट मिलावटी पदार्थों के लगातार प्रभाव से शिवलिंग को नुकसान होने की तरफ इशारा कर रही है. अगले कुछ दिनों के भीतर पूरी रिपोर्ट आने की उम्मीद की जा रही है.

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आईआईटी, बॉम्बे की रिपोर्ट सामने आने के बाद विशेषज्ञों ने मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया और यहां आस पास सामान बेचने वालों से पूछताछ की. इस दौरान पता चला कि मंदिर के आस पास मिलावटी दूध और सामान की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है.

रिपोर्ट के अनुसार, इसी मिलावटी दूध से शिवलिंग का लगातार अभिषेक किया जा रहा था. नतीजन मंदिर प्रशासन ने दूध और बाकी चीजों के अभिषेक पर पाबंदी लगा दी है.  श्रद्धालुओं को केवल पानी से ही शिवलिंग का अभिषेक करने की अनुमति है.

 

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