Shani Asta 2023: शनि होने वाले हैं अस्त, इन 3 राशियों में बनेगा धन हानि का योग

Shani Asta 2023: शनि देव जल्दी ही अस्त होने वाले हैं. ज्योतिषविदों की मानें तो शनि 30 जनवरी को कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे, जिसका प्रभाव तमाम राशियों में देखने को मिलेगा. इन राशि के जातकों को थोड़ा सावधान रहने की सलाह दी जाती है.

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जानें, अस्त होकर किन राशियों की मुश्किल बढ़ाने वाले हैं शनि देव जानें, अस्त होकर किन राशियों की मुश्किल बढ़ाने वाले हैं शनि देव

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 9:50 PM IST

Shani Asta 2023: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के उदय और अस्त होने का विशेष महत्व बताया गया है. खासतौर से जब शनि जैसा क्रूर ग्रह उदय या अस्त हो तो लोगों को ज्यादा चिंता होने लगती है. शनि देव जल्दी ही अस्त होने वाले हैं. ज्योतिषविदों की मानें तो शनि 30 जनवरी को कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे, जिसका प्रभाव तमाम राशियों पर देखने को मिलेगा. इन राशि के जातकों को थोड़ा सावधान रहने की सलाह दी जाती है. आइए आपको बताते हैं कि वो राशियां कौन सी हैं.

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कर्क राशि- शनि अस्त होने के बाद कर्क राशि के जातकों को बहुत सावधान रहना होगा. यह अवधि आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है. शनि देव आपकी कुंडली के आठवें भाव में अस्त होंगे. इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत सावधान रहना होगा. दांपत्य जीवन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. कार्य-व्यापार में सावधानी न बरतने वालों को धन हानि हो सकती है. निवेश के मामले में भी सोच-समझकर फैसले लें. रुपये-पैसे को लेकर मानसिक तनाव हो सकता है. 

सिंह राशि- अस्त शनि देव सिंह राशि के जातकों की भी मुश्किलें बढ़ा सकते हैं. शनि देव आपकी राशि से सातवें भाव में अस्त होंगे. इसे वैवाहिक जीवन और पार्टनरशिप का स्थान माना जाता है. शनि अस्त होने के बाद आपके दांपत्य जीवन में कड़वाहट आ सकती है. पार्टनरशिप से जुड़े काम में नुकसान झेलना पड़ सकता है. फिजूलखर्ची पर कंट्रोल न रहने से आर्थिक मोर्चे पर नुकसान होगा. शनि के अस्त रहने तक किसी भी नए कार्य या व्यापार की शुरुआत बिल्कुल न करें.

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वृश्चिक राशि- अस्त शनि वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है. शनि ग्रह आपकी राशि से चतुर्थ भाव में अस्त होने जा रहा है. इसे भौतिक सुख और माता का स्थान माना जाता है. आपकी राशि का स्वामी मंगल है. ज्योतिष शास्त्र में शनि और मंगल देव में शत्रुता का भाव है. इसलिए इस अवधि में आपको सावधान रहना चाहिए. शनि के अस्त होने के बाद लेन-देन में विशेष रूप से सावधानी बरतनी होगी. रुपया-पैसा वापस मिलने में समस्या होगी. नौकरी-व्यापार में अच्छे प्रस्तावों को मौके पर भुनाने में दिक्कत होगी. माता का स्वास्थ एक अलग चिंता का विषय बना रहेगा. उनकी सेहत का ख्याल रखें

अस्त शनि से कैसे होगा बचाव?
यदि शनि अस्त होकर किसी राशि के जातक को ज्यादा परेशान करने लगे तो कुछ विशेष उपाय कर लेने चाहिए. यदि आप धन संबंधी समस्या से परेशान हैं तो शनिवार के दिन नारियल का मुंह काटकर उसमें शक्कर और आटा भर दें. इसके बाद इसे चीटियों के स्थान पर रख दें. यह उपाय करने से आपको शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होगा और धन संबंधित समस्याएं खत्म हो जाएंगी. इसके अलावा, मछलियों को खाना डालने और शनि देव के बीज मंत्र 'ऊं प्राँ प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः' का जाप करने से भी आपकी दिक्कतें कम हो सकती हैं.

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