नया साल सिर्फ तारीख बदलने का अवसर नहीं होता, बल्कि इसे नई शुरुआत, नई सोच और सकारात्मक बदलाव का समय माना जाता है. धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, साल के पहले दिन किए गए कार्यों का प्रभाव पूरे वर्ष पर पड़ता है. ऐसे में नए साल की शुरुआत सोच-समझकर करना जरूरी होता है, क्योंकि इस दिन की गई छोटी-सी चूक भी आगे चलकर आर्थिक, मानसिक और पारिवारिक परेशानियों का कारण बन सकती है.
नए साल के पहले दिन पैसों से जुड़ी गलती न करें
मान्यता है कि साल के पहले दिन धन का लेन-देन या उधार लेना शुभ नहीं माना जाता. इस दिन न किसी को पैसा उधार दें और न ही खुद उधार लें, क्योंकि इससे पूरे वर्ष आर्थिक रुकावटें आ सकती हैं.
विवाद और बहस से बनाएं दूरी
अगर नए साल की शुरुआत झगड़े या कटु शब्दों से होती है, तो इसका असर पूरे साल मानसिक तनाव के रूप में देखने को मिल सकता है. इसलिए किसी भी तरह के विवाद से दूर रहें और दिन की शुरुआत शांति व सकारात्मक सोच के साथ करें.
फटे, पुराने या काले कपड़े पहनने से बचें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नए साल के पहले दिन फटे, पुराने या काले रंग के वस्त्र पहनना अशुभ माना जाता है. इस दिन साफ-सुथरे और हल्के रंग के कपड़े पहनना सौभाग्य को आमंत्रित करता है.
आलस्य न करें, समय पर उठें
नए साल के दिन देर तक सोना या आलस्य करना नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है. ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें, ईश्वर का स्मरण करें और दिन की शुरुआत सकारात्मक भावनाओं के साथ करें, ताकि पूरा साल शुभ बना रहे.
नकारात्मक न ना सुने
दिन की शुरुआत में नकारात्मक खबरें या विवादास्पद बातें न सुनें. इससे मानसिक शांति बनी रहती है और पूरे साल सकारात्मक सोच बनी रहती है.
सही भोजन और जल सेवन करें
साल की शुरुआत हल्का और पौष्टिक भोजन लेकर करें. उपवास या हल्का भोजन भी पूरे साल स्वास्थ्य और ऊर्जा के लिए लाभदायक माना जाता है.
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