Masik Shivratri 2022: कब है मार्गशीर्ष माह की मासिक शिवरात्रि? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Masik Shivratri 2022: इस बार मासिक शिवरात्रि 22 नवंबर 2022, मंगलवार को पड़ रही है. मासिक शिवरात्रि हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. इस महीने की मासिक शिवरात्रि मार्गशीर्ष के महीने में पड़ रही है. मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि में उपवास रखने और भगवान शिव की सच्चे मन से अराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

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मासिक शिवरात्रि (PC: Getty Images) मासिक शिवरात्रि (PC: Getty Images)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:39 PM IST

Masik Shivratri 2022: हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति का हर मुश्किल काम आसान हो जाता है. इस बार मासिक शिवरात्रि 22 अक्टूबर 2022, मंगलवार को मनाई जाएगी. यह पर्व न केवल उपासक को अपनी इंद्रियों को नियंत्रित करने में मदद करता है, बल्कि क्रोध, ईर्ष्या, अभिमान और लालच जैसी भावनाओं को रोकने में भी मदद करता है. शास्त्रों के अनुसार, सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है.

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मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि का महत्व (Masik Shivratri 2022 Importance)

मार्गशीर्ष महीने में आने वाली इस मासिक शिवरात्रि को बड़ा ही शुभ और फलदायी माना जाता है. मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि में उपवास रखने और भगवान शिव की सच्चे मन से अराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन व्रत करने से हर मुश्किल कार्य आसान हो जाते हैं और जातक की सारी समस्याएं दूर होती हैं. मासिक शिवरात्रि के बारे में ऐसी महिमा भी है कि इस दिन कन्याएं भी अच्छे वर के लिए व्रत रखती हैं और उनके विवाह में आ रही रुकावटें दूर हो जाती हैं. शिव पुराण के अनुसार, जो भी सच्चे मन से इस व्रत को करता है उसकी सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. 

मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त (Masik Shivratri 2022 Shubh Muhurat)

मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाएगी. मासिक शिवरात्रि की तिथि की शुरुआत 22 नवंबर 2022, मंगलवार को सुबह 08 बजकर 49 मिनट से होगी और इसका समापन 23 नवंबर को सुबह 06 बजकर 53 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, मार्गशीर्ष की मासिक शिवरात्रि 22 नवंबर को ही मनाई जाएगी. 

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मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि पूजन विधि (Masik Shivratri 2022 Pujan Vidhi)

मासिक शिवरात्रि वाले दिन आप सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें. उसके बाद किसी मंदिर में जाकर शिव परिवार की अराधना करें. सबसे पहले शिवलिंग का रुद्राभिषेक जल, शुद्ध घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि से करें. उसके बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल चढ़ाएं. अब भगवान शिव की धुप, दीप, फल और फूल आदि से पूजा करें. शिव पूजा करते समय आप शिव पुराण, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ करें. संध्या के समय फलाहार करें.  इस दिन उपासक को अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए. अगले दिन भगवान शिव की पूजा करें और दान आदि करने के बाद अपना उपवास खोलें.

मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि के दिन भूलकर न करें ये काम (Masik Shivratri 2022 do's and dont's)

1. शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए और ना ही शिव के भोग में तुलसी का इस्तेमाल करना चाहिए.

2. मासिक शिवरात्रि के दिन खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.

3. इस दिन तामसिक भोजन, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. 

4. इस दिन पीले और लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए. भूलकर भी इस दिन काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए.

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मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि कथा (Masik Shivratri Katha)

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव महाशिवरात्रि के दिन मध्य रात्रि के समय शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे. जिसके बाद सबसे पहले भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु ने उनकी पूजा की थी. उस दिन से लेकर आज तक इस दिन को भगवान शिव के जन्म दिवस के रूप में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. इस दिन शिव पूजन का खास महत्व होता है. बहुत से पुराणों में भी शिवरात्रि व्रत का जिक्र किया गया है. शास्त्रों के अनुसार अपने जीवन के उद्धार के लिए माता लक्ष्मी, सरस्वती, गायत्री, सीता, पार्वती समेत बहुत-सी देवियों और रानियों ने भी शिवरात्रि का व्रत किया था.

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