भारतीय सेना की सप्त शक्ति कमान ने राजस्थान के थार मरुस्थल स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (MFFR) में एक विशाल इंटीग्रेटेड फायर पावर एक्सरसाइज का आयोजन किया. इस महा-अभ्यास को ‘अमोघ फ्यूरी’ नाम दिया गया. इस उच्च तीव्रता वाले अभ्यास में विभिन्न फायरिंग प्लेटफार्मों का बेहतरीन समन्वय और तालमेल देखने को मिला.
भारतीय सेना ने बहु-क्षेत्रीय युद्ध (Multi-Domain Warfare) परिदृश्य में अपनी तैयारियों का प्रदर्शन किया. अभ्यास के दौरान सैनिकों की त्वरित तैनाती, आक्रामक जमीनी कार्रवाइयाँ और विभिन्न युद्धक शाखाओं के बीच संयुक्त अभियान क्षमता दिखाई गई.
‘अमोघ फ्यूरी’ का उद्देश्य वास्तविक युद्ध जैसी परिस्थितियों में भारतीय सेना की युद्ध क्षमता, समन्वय और परिचालन तत्परता का परीक्षण करना था. अभ्यास में युद्धक टैंक, इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहन, आक्रमणकारी हेलीकॉप्टर, लंबी दूरी तक मार करने वाली आर्टिलरी प्रणालियाँ और ड्रोन्स शामिल रहे. इसके साथ ही नेटवर्क आधारित संचार प्रणाली, कमान एवं नियंत्रण ढांचा तथा रियल-टाइम निगरानी और लक्ष्य साधन प्रणालियों का भी प्रयोग किया गया.
अभ्यास के दौरान साझा परिचालन चित्रण (Common Operating Picture) तैयार कर सभी स्तरों पर सहजता से साझा किया गया, जिससे आधुनिक युद्धक्षेत्र में उभरते खतरों से निपटने की क्षमता और मजबूत हुई.
भारतीय सेना के इस महा-अभ्यास ने साबित किया कि सेना संयुक्तता, तकनीकी एकीकरण और बहु-क्षेत्रीय युद्ध परिदृश्यों में उच्च स्तर की ऑपरेशनल रेडीनेस के लिए पूरी तरह तैयार है.
मंजीत नेगी