आज सूर्य उपासना के महापर्व का आखिरी दिन है. सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ से ये व्रत पूरा हो जाएगा. सूर्योदय से पहले ही श्रद्धालु घाट पर पहुंच जाते हैं. नदी के घाट के किनारे झिलमिल दीयों के साथ सूर्य के आने का इंतजार होता है. सूर्य धरती पर जीवन और उर्जा का स्रोत हैं और छठ प्रकृति के लिए आभार का त्योहार है. इस बार कोरोना की वजह से घाटों पर भीड़ जमा ना हो. इसलिए कई जगहों पर या तो रोक लगी है या फिर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूजा की इजाजत दी गई है. देखें वीडियो.