क्या राजनेताओं और राजनीतिक दलों के लिए किसान का नारा उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों के भीतर आने वाले चुनाव में जीत की रणभेरी बजाने में सहायक हो सकता है? गेहूं को खेतों में बोने से लेकर काटने तक में 5 महीने का समय लगता है. तब किसान की झोली भर पाती है. धान को खेत में रोपने से लेकर काटने तक में 4 महीने का समय लगता है. तब आपका हमारा पेट चावल से भर पाता है. गन्ना बोने से काटने तक में कम से कम 8 महीने का वक्त लगता है लेकिन क्या वोट के रूप में किसान वो सियासी फसल बन चुका है, जिसकी बुवाई यूपी के राजनीतिक मैदान में शुरू हो चुकी है और उस वोटबैंक को अपने फायदे के हिसाब से काटने का वक्त चार महीने के भीतर आने वाला है? इस पर देखें स्पेशल रिपोर्ट.
The killing of eight people, four of them protesting farmers, after being run over by a vehicle allegedly driven by the son of the Union Minister of State for Home Ajay Mishra has snowballed into a major political issue. With the elections in Uttar Pradesh, the opposition parties have made the incident a rallying point to take on the government in UP.