क्या कहा जाए उस प्यार को, जिसे न कभी अमिताभ ने नाम दिया और ना रेखा ने. अब कभी आमना-सामना भी नहीं होता. 'ढाई आखर प्रेम का' में देखिए प्रेम में डूबने और उबरने का अंतर्विरोध.