कुछ लोग थोड़ा सा ज्ञान प्राप्त करने के बाद खुद को ज्ञानी समझने लगते हैं जबकि ज्ञान की कोई सीमा नहीं है. ज्ञान वो है जिसे आप जितना पाते हैं, ये उतना ही बढ़ता जाता है. कुछ महाज्ञानी ऐसे भी हैं, जो खुद पर घमंड नहीं करते बल्कि लगातार ज्ञान प्राप्त करने में लगे रहते हैं.