नवरात्रि के पावन अवसर पर देवी के अलग-अलग रूपों के आस्था के साथ आराधना हो रही है. नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गा मां के शक्ति स्वरूपा रूप की पूजा होती है, जिन्हें मां कालरात्रि कहा जाता है. देवी दुष्टों के लिए विनाशक हैं और भक्तों के लिए रक्षक का रूप धारण कर लेती हैं.
मां कालरात्रि की खास पहचान है कि उनका रूप देखकर ही दुष्टों की रूह कांप जाती है. त्रिनेत्रधारी मां के हाथ में खड्ग और कांटा है. गधा, मां कालरात्रि की सवारी है. मां की पूजा से नकारात्मक शक्तियों का असर खत्म हो जाता है और ज्योतिष में शनि का संबंध मां कालरात्रि से ही माना जाता है.