प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद में 92 मिनट का भाषण दिया. सोमवार को राज्यसभा में पीएम 75 मिनट बोले. प्रधानमंत्री के दोनों भाषणों का बारीकी से विश्लेषण किया तो समझ में आया कि करीब 100 मिनट किसान आंदोलन पर बोले. एक नए शब्द को हथियार बनकर विपक्ष पर तंज कसा. मोदी ने भोजपुरी कहावत का प्रयोग किया- न खेलब, न खेले देब. आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खेल कौन बिगाड़ रहा है, कौन न खेलने दे रहा है और ना खेल रहा है. इस मुद्दे पर दर्शकों ने अंजना ओम कश्यप से एंकर्स चैट में रखी अपनी राय और पूछे सवाल.