कृषि कानून के मुद्दे पर सरकार झुकती हुई नजर आ रही है, लेकिन किसानों की तरफ से अब तक कोई ऐसा संकेत सामने नहीं आया है. इस समय पूरे देश की निगाहें किसान संगठनों की तरफ है कि वह 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर-ट्रॉली परेड को रद्द करेंगे कि नहीं. इस दौरान सिंधू बॉर्डर पर सरकार के प्रस्ताव पर किसानों ने आज बैठक कर चर्चा की. कल होने वाले 11वें राउंड के बैठक में वह इस पर सरकार को अपना फैसला बताएंगे. लेकिन किसानों के रवैये को देखकर लग रहा है, किसान अभी भी तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने से कम पर मानने वाले नहीं है. सवाल ये है कि क्या सरकार का प्रस्ताव मानने को तैयार हैं किसान? इस पर दर्शकों ने रोहित सरदाना से एंकर्स चैट में रखी अपनी राय और पूछे सवाल.