12वीं कक्षा की परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद मध्य प्रदेश के तमाम हिस्सों में 5 छात्रों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. किसी ने फेल होने पर तो किसी ने रिजल्ट में नंबर कम आने पर अपनी जीवनलीला समाप्त करने के लिए खौफनाक कदम उठाए.
दरअसल, मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MPBSE) ने मंगलवार सुबह 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए थे. कुल 74.48 प्रतिशत छात्र 12वीं कक्षा की परीक्षा में सफल हुए. रिजल्ट घोषित होने के बाद विदिशा जिले में दो और भिंड, सतना और दमोह जिलों में एक-एक छात्र ने खुदकुशी कर ली.
राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के एक अधिकारी ने बताया कि विदिशा में 12वीं कक्षा के छात्र शशांक शर्मा ने सलामतपुर के पास रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या कर ली. उनके पिता ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि शशांक परिणाम घोषित होने के बाद फोटोकॉपी के काम से विदिशा के पूरनपुरा इलाके में स्थित घर से निकला था. उन्होंने बताया कि NEET परीक्षा की तैयारी कर रहे शशांक को 12वीं में गणित समूह में कम अंक मिले थे.
विदिशा में एक अन्य घटना में 12वीं के छात्र अतुल सेन ने जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर गंज बासौदा में अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. गंज बासौदा कोतवाली थाना प्रभारी योगेंद्र परमार ने कहा कि जांच के बाद इस कदम के पीछे का कारण पता चलेगा.
भिंड में छात्रा खुशी नरवरिया अटेर रोड पर श्री कृष्ण नगर इलाके में अपने घर पर फांसी पर लटकी पाई गई. भिंड देहात थाना प्रभारी मुकेश शाक्य ने कहा कि जांच के बाद इस कदम के पीछे का कारण पता चलेगा. उन्होंने कहा कि खुशी के एक विषय में कम अंक आए थे, वह एक अच्छी छात्रा थी और उसने कक्षा 10वीं की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किए थे.
पथरिया थाना प्रभारी सुधीर कुमार बेगी ने बताया कि दमोह जिले में 17 वर्षीय छात्रा ने कक्षा 12वीं की परीक्षा में फेल होने पर झागर गांव में अपने घर पर फांसी लगा ली. पुलिस अधिकारी के अनुसार, किशोरी के परिवार के सदस्य अपने दैनिक कामों में व्यस्त थे, तभी छात्रा अपने परिणाम से परेशान होकर घर की पहली मंजिल पर एक कमरे में गई और फांसी लगा ली. बेगी ने बताया कि साइंस विषय की छात्रा को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सतना जिले में सुबह परिणाम घोषित होने के आधे घंटे बाद कक्षा 12वीं के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली, रामपुर बाघेलान थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि जिले के एक गांव के निवासी 18 वर्षीय छात्र ने अपने घर में फांसी लगा ली. उन्होंने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि उसने यह कदम क्यों उठाया, क्योंकि उसके परिवार के सदस्यों को उसके नंबरों के बारे में जानकारी नहीं थी.
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