Sahitya Aaj Tak Lucknow: 'क्या पुलिस रस्सी को सांप बना देती है?' खाकी और माफिया सेशन में पूर्व IPS ने दिया ये जवाब

Sahitya Aaj Tak 2025 Lucknow: लखनऊ में साहित्य आज तक कार्यक्रम के पहले दिन यूपी के चर्चित आईपीएस अधिकारी रहे राजेश पांडेय और बिहार के मौजूदा आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा ने खाकी और माफिया सेशन में शिरकत की. इस दौरान राजेश पांडेय ने बताया कि क्या सच में पुलिस रस्सी को सांप बना देती है?

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पूर्व IPS राजेश पांडेय और आईपीएस अमित लोढ़ा पूर्व IPS राजेश पांडेय और आईपीएस अमित लोढ़ा

aajtak.in

  • लखनऊ,
  • 15 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 9:18 PM IST

नज़ाकत और नफ़ासत के शहर लखनऊ में आयोजित साहित्य आज तक कार्यक्रम के पहले दिन दिन मंच पर खाकी और माफिया सेशन में चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी राजेश पांडेय और आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा ने शिरकत की.  

पूर्व आईपीएस अधिकारी राजेश पांडेय Varchasva' & 'Operation Bazooka' नाम की किताब के लेखक हैं जबकि आईपीएस अमित लोढ़ा ने 'Bihar Diaries' & 'Life in the Uniform' किताब लिखी है जिस पर खाकी नाम से वेबसीरीज भी बन चुकी है.

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पूर्व आईपीएस राजेश पांडेय ने अपनी किताब Varchasva' & 'Operation Bazooka' में यूपी (गोरखपुर) के चर्चित माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला के खात्मे की पूरी कहानी लिखी है. इसी को लेकर जब उनसे पूछा गया कि माफिया आखिर होता है क्या है तो इसके जवाब में राजेश पांडेय ने कहा, 'माफिया सिस्टम की नाजायज औलादें होती हैं, इस सिस्टम में सब शामिल हैं. औलाद है इसलिए नेता, पुलिस, अधिकारी, प्रशासन सबको प्रिय होता है लेकिन कोई इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होता क्योंकि वो नाजायज होता है. किसी से पूछो इससे आपका कोई संबंध हैं तो कोई स्वीकार नहीं करेगा लेकिन ये एक दिन में पैदा नहीं होते हैं.

उन्होंने कहा, हमारे यहां (यूपी) माफिया की कई कैटेगिरी बनाई गई है. उन्होंने इसके लिए माफिया अतीक अहमद का भी उदाहरण दिया जिसके मामले को कई जजों ने भी सुनने से भी इनकार कर दिया था.' 

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वहीं बिहार में अशोक महतो गैंग का अंत करने वाले बिहार और देश के नामी आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा ने भी कार्यक्रम के दौरान बिहार की पुलिसिंग और उस वक्त की मौजूदा चुनौतियों के अनुभव पर लिखी किताब 'Bihar Diaries' & 'Life in the Uniform' का जिक्र किया और बताया कि अशोक महतो जैसे नामी और खूंखार अपराधी को पकड़ने के लिए उन्हें किन-किन दिक्कतों और चुनौतियों का सामना करना पड़ा था. 

अमित लोढ़ा ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि वो अपनी स्कूलिंग के दौरान एक शर्मीला और डरपोक लड़का हुआ करते थे. लेकिन आईआईटी में जाने के बाद खुद को बदला और एक निडर पुलिस अधिकारी बन गए. उन्होंने कहा कि उन्हें बिहार में जनता का जबरदस्त प्यार मिला और वहां के पुलिसकर्मियों ने उनका खूब साथ दिया.

क्या पुलिस रस्सी को सांप बना देती है? राजेश पांडेय ने दिया दिलचस्प जवाब

वहीं जब पूर्व आईपीएस अधिकारी राजेश पांडेय से पूछा गया कि क्या जांच के दौरान पुलिस रस्सी को सांप बना देती है तो इसके जवाब में राजेश पांडेय ने कहा कि पहले के जमाने में आईपीसी, सीआरपीसी और एविडेंस तीनों सजा दिलाए जाने के लिए ही बनाए गए थे जो अंग्रेजों के दौर के थे और उन्होंने अपना शासन और वर्चस्व स्थापित करने के लिए इसे बनाया था.

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उन्होंने कहा कि अंग्रेजों का मकसद था कि आप उनसे डरें, उन्हें लगान दें, कोई विरोध न करे. अब चीजें बदली हैं और जो नई भारतीय न्याय संहिता आई हैं ये न्याय देने के मानदंड पर आधारित हैं. वहीं अमित लोढ़ा ने कहा कि हाल के सालों में पुलिस की छवि काफी बदली है जिससे अच्छे और सामान्य लोगों को पुलिस को लेकर अब भय नहीं है.
 

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