पहले और दूसरे बच्चे के जन्म में जरूर रखें इतना अंतर

 मां और बच्चे की सेहत को देखते हुए कुछ चीजें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दो बच्चों के जन्म में कितना अंतर होना चाहिए और क्यों?

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दो बच्चों के बीच अंतराल दो बच्चों के बीच अंतराल

प्रज्ञा बाजपेयी

  • नई दिल्ली,
  • 11 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:10 AM IST

वैसे तो सभी माता-पिता के लिए अपने बच्चे को जन्म देना एक सौभाग्य की बात होती है. वहीं कुछ माता-पिता अपनी आर्थिक स्थिति और सेहत को देखते हुए सिर्फ एक ही बच्चे के साथ रहने में यकीन रखते हैं. लेकिन दूसरे बच्चे को लेकर परिवार का प्रेशर होने के कारण कुछ लोग दूसरे बच्चे की प्लानिंग करने लगते हैं. जिस कारण वो अक्सर यह भूल जाते हैं कि उनके बच्चों के जन्म में कितना अंतर होना चाहिए. हालांकि बच्चों को जन्म देना या उनके लिए प्लान करना सभी माता-पिता का निजी मामला होता है. लेकिन मां और बच्चे की सेहत को देखते हुए कुछ चीजें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दो बच्चों के जन्म में कितना अंतर होना चाहिए और क्यों?

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आपको दूसरा बच्चा कब चाहिए, ये तो आप पर ही निर्भर करता है. लेकिन दूसरा बच्चा प्लान करने से पहले मां की सेहत को जरूर ध्यान में रखें. जब महिला पहले बच्चे को जन्म देने के बाद पूरी तरह से स्वस्थ हो जाए तभी उन्हें दूसरे बच्चे के लिए सोचना चाहिए. हालांकि, दूसरे बच्चे में बहुत कम या ज्यादा अंतर होने के अपने ही कुछ फायदे और कुछ  नुकसान होते हैं.

पहले और दूसरे बच्चे में 12 से 18 महीने का अंतर होने से उनके बीच गहरा संबंध होता है. लेकिन दो बच्चों के बीच कम अंतर होने से मां की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. दरअसल, दोनों बच्चों को साथ ब्रेस्ट फीडिंग कराना, रात भर उनके साथ जागे रहना, दो बच्चों की जिम्मेदारी एक साथ उठाना मां की सेहत पर बुरा असर डालती है. एक स्टडी के मुताबिक, पहले और दूसरे बच्चे में कम से कम 18 महीने का अंतर होना जरूरी होता है. क्योंकि कम अंतर होने के कारण दूसरे बच्चे की प्री-मैच्योर डिलीवरी होने के साथ बच्चे का वजन भी कम होने का खतरा रहता है.

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हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, पहले और दूसरे बच्चे के जन्म में लगभग 2 साल का अंतर होना चाहिए. उनका कहना है कि 2 दो बच्चों के बीच दो साल का अंतर होने से मां और बच्चा दोनों की सेहत अच्छी रहती है.

अगर दो बच्चों के जन्म में 3 साल का अंतर होता है तो पहला बच्चा थोड़ा समझदार होने लगता है. साथ ही बच्चे को जन्म देने और ब्रेस्ट फीडिंग कराने के बाद मां के शरीर में आई कमजोरी भी उस समय तक बिल्कुल ठीक हो जाती है. इसके अलावा बच्चों की उम्र में अंतर होने से माता-पिता दोनों बच्चों की सही ढंग से परवरिश कर पाते हैं.

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, पहले और दूसरे बच्चे के जन्म में लगभग 24 महीने का अंतर होना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि 24 महीनों में महिला की सेहत में पूरी तरह से सुधार आ जाता है. अगर आप 24 महीने से पहले ही दूसरे बच्चे को जन्म देना चाहते हैं तो कम से कम दो बच्चों के जन्म में 18 महीने का अंतर जरूर रखें.

लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि दूसरे बच्चे के जन्म में तीन या उससे ज्यादा का अंतर होने से प्रेग्नेंसी और दूसरे बच्चे के जन्म में थोड़ी समस्याएँ आ सकती हैं.

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