मेकअप इंडस्ट्री काफी बड़ी है जिसमें महिला और पुरुष दोनों के लिए रोजाना नए-नए कॉस्मेटिक प्रोडक्ट लॉन्च होते हैं. ये प्रोडक्ट अलग-अलग तरह से होते हैं और उनको बनाने, यूज करने का तरीका भी अलग होता है. अक्सर देखा जाता है कि लोग खाने के प्रोडक्ट का लेवल तो पढ़ लेते हैं लेकिन कभी मेकअप के सामान का लेवल चेक नहीं करते कि उसमें कौन-कौन सी चीजें मिली हुई हैं. द सन के मुताबिक, कई प्रोडक्ट में हानिकारक कैमिकल जैसी चीजें भी मिली होती हैं जो स्किन के लिए सही नहीं रहतीं. हार्वर्ड लॉ स्कूल से ग्रेजुएट लॉयर एंजेला कॉस्मेटिक कंपनियों द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट के इंग्रेडिएंट पर नजर रखती हैं. उन्होंने तीन ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट बताए हैं जिन्हें यूज करने से बचना चाहिए.
वाटरप्रूफ मस्कारा (Waterproof mascara)
एंजेला ने कहा, 'मैं पहले वॉटरप्रूफ मस्कारा ही खरीदती थी लेकिन पता चला है कि मस्कारा को वॉटरप्रूफ बनाने के लिए कंपनियों को उसमें पर-एंड-पॉली-फ्लोरो अल्काइल सब्स्टेंसेस (PFAS) जोड़ना पड़ता है. पेरफ्लूरोएल्काइल पदार्थ तेल और पानी के प्रति रेजिस्टेंस होते हैं जो लंबे समय तक उसे बनाए रखते हैं. PFAS को काफी खतरनाक माना जाता है जो किडनी, हाई कोलेस्ट्रॉल, इनफर्टिलिटी और दिमागी बीमारियों का कारण भी बन सकता है.
PFAS इंसानी शरीर के हर अंग के लिए खतरनाक होते हैं. पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग के प्रोफेसर एल्सी सुंदरलैंड के मुताबिक PFAS के संपर्क में आने से इम्यूनिटी कमजोर, कुछ तरह के कैंसर, डायबिटीज, मोटापा जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
ड्राई शैम्पू (Dry Shampoo)
एंजेला का कहना है, 'ड्राई शैम्पू का भी कभी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. पहले मैं भी हर दूसरे दिन इसका यूज करती थी लेकिन अब सोचती हूं कि काश मैंने ऐसा ना किया होता. दरअसल, ड्राई शैम्पू में बेंजीन नामक एक हानिकारक रसायन होता है जो कार्सिनोजेन है जिसके काफी कम इस्तेमाल से भी कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है.
2019 में हेल्थ इंग्लैंड की बेंजीन के लंबे समय तक संपर्क में रहने से कई प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं जिनमें व्हाइट ब्लड वेसिल्स की कमी (जो आम तौर पर संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं), ल्यूकेमिया और डीएनए को नुकसान शामिल है. बेंजीन प्रोडक्ट में मौजूद होता है और उसे लगाने या स्प्रे करने के बाद वह हवा में तैरता रहता है. सांस के द्वारा वह बच्चों या बड़ों तक पहुंच जाता है और उनमें बीमारियों का कारण बन सकता है.
बालों को सीधा करने वाले कैमिकल (Chemically hair straightening)
बालों को सीधा करने वाले कैमिकल से गर्भाशय कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. इससे डिम्बग्रंथि और स्तन कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है क्योंकि इसमें पैराबेंस, बिस्फेनॉल ए और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे खतरनाक कैमिकल पाए जाते हैं और वे सीधे खोपड़ी में अवशोषित हो जाते हैं.
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